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उप्र में गौरैयों का घराना बसाने की पहल

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उप्र में गौरैयों का घराना बसाने की पहल

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उप्र में गौरैयों का घराना बसाने की पहल

लखनऊ। विलुप्त हो रही नन्ही चिड़िया गौरैया अब घर-आंगन में फिर से फुदकेगी और चीं-चीं कर स्तब्धता तोड़ेगी। उत्तर प्रदेश सरकार समूचे प्रदेश में एक लाख बर्ड नेस्ट वितरित करेगी। सरकार ने गौरैयों का घर बसाने और इनकी संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। 

राजधानी लखनऊ में एक हजार बर्ड नेस्ट डिब्बों का वितरण किया जाएगा। गौरैयों का घर बसाने के इस कार्यक्रम के पांच सर्वश्रेष्ठ आयोजकों को मुख्यमंत्री 20 मार्च को आयोजित होने वाले विश्व गौरैया दिवस कार्यक्रम पर पुरस्कृत भी करेंगे।

यह कार्यक्रम स्कूल-कॉलेजों से सहयोग लेकर वन विभाग चलाएगा। विभाग ने जून में एक ही दिन में छह करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य भी रखा है। हर साल 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रदेश में पहली बार वर्ष 2010 में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया था। पर्यावरण संरक्षण में गौरैया के महत्व और संरक्षण के लिए जनजागरूकता फैलाने को लेकर यह आयोजन किया जाता है।

वन विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार, विश्व गौरैया दिवस का आयोजन जनेश्वर मिश्र पार्क में होगा। प्रमुख सचिव (वन) ने गौरैया के संरक्षण के लिए वन विभाग से प्रदेश स्तर पर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

प्रभागीय वनाधिकारी अवध वन प्रभाग ने अवगत कराया है कि लखनऊ में एक हजार र्बड नेस्ट डिब्बों का वितरण कराने की व्यवस्था की जा रही है। र्बड नेस्ट स्कूलों में भी लगाए जाएंगे। इसके लिए 7 मार्च अंतिम तिथि तय की गई है।

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बिहार : मुंगेर में हार्ट अटैक से मतदानकर्मी की मौत, हृदय रोग से थे पीड़ित

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मुंगेर। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को बिहार के पांच संसदीय क्षेत्रों में मतदान जारी है। इस बीच, मुंगेर में एक मतदानकर्मी की मौत हो गयी है। बताया जाता है कि चक इब्राहिम गांव में मतदान केंद्र संख्या 210 पर शिक्षक ओंकार चौधरी बतौर मतदानकर्मी पहुंचे थे। इसी दौरान सोमवार को वह अचानक गिर गए।

आनन-फानन में इन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक मुंगेर के टेटिया बंबर के जगतपुरा के रहने वाले बताये जाते हैं। इस घटना के बाद हालांकि मतदान केंद्र पर मतदान बाधित नहीं हुआ। जिला प्रशासन ने तत्काल वहां दूसरे मतदानकर्मी को भेज दिया।

परिजनों का कहना है कि शिक्षक चौधरी हृदय रोग से पीड़ित थे और छुट्टी के लिए आवेदन दिया था। छुट्टी मंजूर नहीं हुई तो वह मतदान कराने केंद्र पर पहुंचे थे जहां उनकी मौत हो गयी। प्रथम दृष्टया हार्ट अटैक से उनकी मौत बताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि तीसरे चरण के मतदान के दौरान भी एक पीठासीन पदाधिकारी की मौत हो गयी थी।

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