Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ बनीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री

Published

on

Loading

नई दिल्ली : भारतीय मूल की अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया गया है। इस पद तक पहुंचने वाली वह दूसरी भारतीय हैं। इससे पहले आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन इस पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए और दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स में पीजी डॉ. गोपीनाथ मौरी ऑब्स्टफेल्ड का स्थान लेंगी। ओब्स्टफील्ड 2018 के अंत में सेवानिवृत्त होंगे। फिलहाल, गीता हार्वर्ड विश्विद्यालय में प्रोफेसर हैं। इससे पहले वह शिकागो में पढ़ा चुकी हैं।

आईएमएफ ने एक बयान के अनुसार, गोपीनाथ मारीस ओब्स्टफील्ड का जगह लेंगी। ओब्स्टफील्ड 2018 के अंत में रिटायर हो रहे हैं।

आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लगार्द ने कहा, ‘गोपीनाथ दुनिया की बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक हैं। उनके पास उम्दा शैक्षणिक योग्यता के साथ व्यापक अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी है।’

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending