Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

पूर्व खुफिया अधिकारी का दावा- अमेरिका के पास हैं एलियंस के शव व UFO Spacecraft

Published

on

Former intelligence officer David Grusch claims

Loading

वॉशिंगटन। एलियंस को लेकर कई सालों से वैज्ञानिक इस सवाल का जवाब तलाश रहे हैं कि क्या इस ब्रह्मांड में इंसानों के अलावा एलियंस (परग्रहवासी) की भी मौजूदगी है। एक सवाल यह भी है कि क्या धरती पर नासा या अमेरिकी अधिकारियों के पास एलियंस से जुड़े सबूत मौजूद हैं?

अमेरिका के पूर्व अधिकारी ने किया चौंकाने वाला खुलासा

अब अमेरिकी वायु सेना के पूर्व खुफिया अधिकारी (सेवानिवृत्त) व व्हिसलब्लोअर मेजर डेविड ग्रुश (David Grusch)  ने खुलासा किया है कि अमेरिकी सरकार के पास यूएफओ का अंतरिक्ष यान है।

ग्रुश ने एक कांग्रेस समिति के सामने यह भी खुलासा किया कि अमेरिकी सरकार के पास Unidentified flying object  (UFO) से जुड़े कुछ सबूत मौजूद है। पूर्व खुफिया अधिकारी ने कल बुधवार को कांग्रेस में गवाही दी कि अमेरिका दशकों से उड़नतश्तरियों (UFO) को पकड़ने की बात छुपा रहा है। हालांकि, पेंटागन ने उनके दावों का खंडन किया है।

अमेरिका के पास है यूएफओ का अंतरिक्ष यान 

डेविड ग्रुश ने कहा कि मैं कांग्रेस से इस मामले की जांच करने का आग्रह करता हूं। मैं तथ्यों के साथ बात कर रहा हूं। उन्होंने गवाही दी और दावा किया कि अमेरिका के पास यूएफओ का अंतरिक्ष यान (Alien spacecraft) है।

अंतरिक्ष यान से किए गए शव बरामद

ग्रुश ने दक्षिण कैरोलिना के प्रतिनिधि नैन्सी मेस को जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त विदेशी अंतरिक्ष यान से शव बरामद किए हैं जो एलियंस के हैं। सांसदों ने अधिक जानने के लिए ग्रुश और अन्य अधिकारियों से बंद कमरे में बात करने की इच्छा व्यक्त की।

पेंटागन ने क्या कहा

एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग) ने कहा था कि उसे दुर्घटनाग्रस्त विदेशी अंतरिक्ष यान के दावों को साबित करने के लिए कोई सत्यापन योग्य जानकारी नहीं मिली है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending