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फूडमैन विशाल सिंह को मिला ‘उत्कृष्ट मानव सेवा पदक’ सम्मान

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लखनऊ| दिनांक 02.11.2020 को राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ संयुक्त निदेशक संजय सिंह ने कोविड 19 महामारी में 7.5 लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु में विजयश्री फाउंडेशन के प्रबंध संस्थापक फूडमैन विशाल सिंह की सराहना करते हुए उन्हें कोविड 19 ‘उत्कृष्ट मानव सेवा पदक’ देकर सम्मानित किया।

इस मौके संजय सिंह ने कहा कि विजयश्री फाउंडेशन ‘प्रसादम सेवा’ द्वारा वर्ष 2007 से लगातार शहर के विभिन्न अस्पतालों में निःशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा के साथ-साथ मरीजों एवं तीमारदारों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए आवश्यक वस्तुएं प्रदान कर उनकी हर संभव मदद की जा रही है। फूडमैन विशाल सिंह के द्वारा अस्पतालों में भोजन सेवा के अलावा तीमारदारों के ठहरने के लिए रैन बसेरे, वाटर कूलर, स्ट्रेचर व्हील चेयर या फिर कोविड 19 जांच हेतु कोविड टेस्ट बूथ का निर्माण कराया हैं वह अत्यंन्त ही सराहनीय है।

उन्होने कहा कि मेरे संज्ञान में यह भी कि विशाल के फूडमैन विशाल सिंह बनने के 14 वर्ष के इस सफर में इन्होने काफी उतार चढ़ाव देखें किन्तु लोगों की सेवा करने के एक महान उद्देश्य की पूर्ति हेतु वह कभी भी विचलित नहीं हुए। आज उसी सेवा प्रयासों का परिणाम है कि लखनऊ के तीन बड़े अस्पतालों में वह प्रतिदिन एक हजार निःशक्त जरूरतमंद लोगों की भोजन सेवा कर रहें हैं इसके लिए मैं इनकी भूरि-भूरि प्रशस्त करता हूँ।

इस मौके पर फूडमैन विशाल सिंह के इन्ही इसी सेवा कार्यों को देखते हुए लोहिया के संयुक्त निदेशक संजय सिंह ने फूडमैन विशाल सिंह को ‘कोविड 19 उत्कृष्ट मानव सेवा पदक’ व ‘प्रशस्ति पत्र’ देकर सम्मानित किया

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गोयल इंस्टीट्यूट के छात्रों ने स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट कला विधि से बनाया पीएम मोदी का पोर्ट्रेट

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लखनऊ। गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हाईयर स्टडीज महाविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग के छात्रों ने 30 फीट के आकार में स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट की कला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट्रेट बनाया।

यह दृश्य कला की नई विधा में धागे से बना पोर्ट्रेट अपने आप में खास है। इसे बनाने में कुल 30 घंटे का समय लगा। जिसमें धागे का वजन लगभग 15 किलो तथा उस धागे की कुल लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। छात्रों ने बताया कि चित्र के आकार में इस प्रकार की कला में यह अब तक का सबसे बड़ा आर्टवर्क है जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ द रिकॉर्ड तथा गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रस्तावित है।

आठ छात्रों की टीम (ब्रेकअप टीम) का नेतृत्व बाराबंकी स्थित अमोली कला, रामनगर निवासी देवाशीष मिश्रा द्वारा किया गया। टीम के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में अभिषेक महाराणा, आदर्श शांडिल्य, लारैब कमाल खान, अभय यादव, सानिध्य गुप्ता, आरुषि अग्रवाल व कृतिका जैन का नाम शामिल है। इसका संचालन डॉक्टर संतोष पांडेय, प्राचार्य गोयल इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज महाविद्यालय ने किया। निरीक्षण श्रीमती शिखा पांडेय वह राकेश प्रभाकर द्वारा किया गया। इसमें ललित कला विभाग के प्राध्यापकों व समस्त छात्रों के सहयोग रहा।

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