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बिजनेस

उपभोक्ताओं को लुभाने में जुटे 150 से ज्यादा स्मार्टफोन निर्माता

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उपभोक्ताओं को लुभाने में जुटे 150 से ज्यादा स्मार्टफोन निर्माता

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उपभोक्ताओं को लुभाने में जुटे 150 से ज्यादा स्मार्टफोन निर्माता

नई दिल्ली| भारत में अभी 150 से अधिक स्मार्टफोन निर्माता अपने फोन बेच रहे हैं, जिनमें से 50 निर्माता एक ही देश चीन के हैं। स्मार्टफोन बाजार की यह जंग अब 10,000 से 20,000 कीमत के स्मार्टफोन के बीच सिमट गया है और इस रेंज में जो जीतेगी वहीं सबसे ज्यादा फोन बेचने वाली कंपनी बनेगी। भारत में फिलहाल 20 मोबाइल कंपनियां अपने पुर्जो को एसेंबल कर फोन बेच रही हैं और हाल की रपटों के अनुसार भारत 22 करोड़ उपयोगकर्ताओं के साथ अमेरिका के बाद स्मार्टफोन का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है। तो फिर इस बाजार में नए शामिल खिलाड़ी भारतीय उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए किस पर जोर दे रहे हैं? क्या मेटल डिजायन, 4जी फोन, बढ़िया सेल्फी कैमरा या फिंगरप्रिंट सेसर या उपरोक्त सभी पर?लइको इंडिया के स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक्स बिजनेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अतुल जैन के मुताबिक, भारतीय ऐसे स्मार्टफोन को लेना पसंद करते हैं, जिसमें मेटल यूनीवॉडी हो, अच्छी मेमोरी हो, देखने में सुंदर हो और कैमरा अच्छा हो। जैन ने आईएएनएस को बताया, “प्रचलन यह है कि आप फोन से क्या मनोरंजन हासिल करते हैं, क्या सामग्री मिलती है जैसे वीडियो, टीवी, गाने फोन के साथ मिल रहे हैं, ताकि जीवन और मनोरंजक हो जाए। इसके अलावा फोन की कीमत का पहुंच में होना भी एक बड़ा मुद्दा है। लोग ‘अपनी तरह का फोन’ ढूंढ़ रहे हैं।”

आक्रामक विपणन के साथ चीनी कंपनी लीइको ने काफी कम समय में भारतीय बाजार में अपनी पकड़ बना ली है। इसका 10,999 रुपये की कीमत वाला लइको फोन ने उद्योग के कई रिकार्ड तोड़ दिए हैं और ऑनलाइन सबसे ज्यादा बिकनेवाला स्मार्टफोन बन गया है।
जैन कहते हैं, “हमने नई तकनीक के साथ फिंगरप्रिंट स्कैनर युक्त फोन भी लांच किया है जिसकी हार्डनेड 6 एच है। ये खूबियां सिर्फ महंगे स्मार्टफोन में ही होती हैं। इस कीमत में मेटल यूनीवॉडी फोन बेचने वाले हम पहले निर्माता हैं।”वहीं, चीनी मोबाइल फोन निर्माता कंपनी ट्रांसन होल्डिंग्स ने अपने फ्लैगशिप ब्रांड आईटेल के तीन स्मार्टफोन और तीन फीचरफोन भारत में मई में लांच करने जा रही है जिसके नाम सेल्फाईप्रो, पॉवर प्रो और विश सीरिज हैं और इनकी कीमत 10,000 रुपये से कम होगी।
आईटेल इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर कुमार के मुताबिक, वर्तमान में चल रही डिजिटल क्रांति में बेहतर फीचर्स और अधिक कार्यक्षमता की मांग में इजाफा देखा जा रहा है। कुमार ने बताया, “हम कई फीचर्स लेकर आए हैं, जैसे अच्छी क्वालिटी का कैमरा, लंबी बैटरी लाइफ, स्टाइलिश लुक और सबसे बेहतर डिस्प्ले। जबकि इसमें शक्तिशाली रैम होने के कारण फोन काफी अच्छी तरह काम करता है।”

वे कहते हैं, “हम मूल्य वर्धित उत्पाद के साथ भारतीय बाजार में जगह बनाने में सक्षम हैं। उदाहरण के लिए हम जिस कीमत पर 2500 एमएएच की बैटरी वाला फोन दे रहे हैं, उस कीमत पर ज्यादातर कंपनियां 1800 एमएएच की बैटरी के साथ फोन बेचती हैं।”
एप्पल इंडिया के पूर्व कर्मचारी शरद मेहरोत्रा, जिन्होंने अपनी खुद की हैंडसेट कंपनी हाईव मोबिलिटी शुरू करने के लिए एप्पल की नौकरी छोड़ दी थी, का कहना है कि बड़ी स्क्रीन सब पर भारी है। मेहरोत्रा ने बताया, “आजकल स्मार्टफोन का प्रयोग मुख्य रूप से सामग्रियों के उपभोग के लिए होता है। इसलिए मैं समझता हूं कि ज्यादातर लोग बड़ी से बड़ी स्क्रीन चाहते हैं। इसके अलावा 4जी क्षमता फोन में जरूर होनी चाहिए साथ फोन की स्पीड ज्यादा से ज्यादा तेज हो।”

मेहरोत्रा ने बताया कि हाईव ब्रांड के तहत अगले महीने अपना फोन लांच करनेवाले हैं। उन्होंने बताया, “डिजायन बहुत ही खास तत्व है और हम अपने प्रमुख फोन में डिजायनिंग पर काफी मेहनत की है, जिसकी कीमत 15,000 रुपये से कम होगी।”क्या बिना विज्ञापन पर खर्च किए महज लोगों से मिली तारीफ से स्मार्टफोन कंपनियों को फायदा हो सकता है?जैन कहते हैं, “दोनों ही बेहद महत्वपूर्ण है। आपको विज्ञापन पर खर्च करना ही होगा, साथ ही ऑनलाइन भी बढ़ावा देने की जरूरत होती है। आपको फोन को लगातार अपडेट मुहैया कराने की जरूरत होती है, इसके साथ ही लोगों के द्वारा भी मिलने वाली तारीफ काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन अच्छी उपभोक्ता सेवा इनमें सबसे जरूरी है। यानी उचित मूल्य पर शानदार फोन।”कुमार कहते हैं कि उनका मुख्य जोर उत्पाद गुणत्ता पर है। उन्होंने बताया, “लोगों की तारीफ तभी काम करती है, जब आपके उत्पाद की क्वालिटी और प्रदर्शन शानदार हो। उत्पाद को खुद बोलने दीजिए।”

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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