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कांग्रेस नेता का विवादित बयान, सरकार में आए तो बीजेपी नेताओं को फांसी पर लटका देंगे!

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नई दिल्ली। आतंकवादी और आतंकी गतिविधियों के चलते  जम्मू-कश्मीर में लगातार अशांति बनी हुई है। इस समय राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।

यहां विधानसभा चुनावों को देखते हुए सियासी पार्टियों की तरफ से कई  लुभावने वादे भी किए जा रहे हैं। वादों के चलते जम्मू-कश्मीर से  कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के पर्यवेक्षक शगीर सईद खान का विवादित बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने राज्य में उनकी पार्टी की सरकार आने पर आतंकी गतिविधियों के आरोप में बंद लोगों को रिहा करने और उनको नकद इनाम देने  की बात कही है।

कांग्रेस नेता सईद खान के इस वादे के बाद विवाद खड़ा हो गया है। जम्मू में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शगीर खान ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, पार्टी राज्य में निर्दोष लोगों के साथ अत्याचार कर रही है अगर कांग्रेस सत्ता में लौटती है तो घाटी में मारे गए लोगों के परिजनों के एक करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा साथ ही उन परिजनों को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी, संदेह में बंद किए गए आतंकियों को जेल से रिहा भी किया जाएगा।

कांग्रेस नेता सईद खान ने बुलंदशहर हिंसा को ‘आरएसएस हिंदू आतंकवाद’ से जोड़ते हुए कहा की उनकी पार्टी बीजेपी नेताओं को फांसी देने के लिए कानून बनाएगी,चाहे वह कितना बड़ा और ताकतवर नेता हो, उसे कानून के तहत फंदे पर लटकाया जाएगा।

विवाद  को बढ़ता देख पार्टी के मुख्या प्रवक्ता रविंदर शर्मा उनके इस बयान से किनारा कर लिया उन्होंने कहा कि कांग्रेस उनके बयान से सहमत नहीं है और वह पार्टी के प्रवक्ता भी नहीं हैं. उनके पास इस तरह के बयान का कोई अधिकार नहीं है। दूसरी ओर, बीजेपी ने इस बयान पर कड़ी टिप्पणी की है।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने शगीर खान के आतंक संबंधी बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से इस मामले में माफी मांगने की अपील की है उन्होंने कहा की  ‘शगीर खान का बयान राष्ट्र विरोधी है। कांग्रेस का रुख सबके सामने  आ गया है. आतंकियों के खून बहने से उनका दिल रोता है न कि सुरक्षा बलों की”

सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन ऑलआउट में लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) और उसके नजदीक हुई मुठभेड़ों के तहत, जम्मू-कश्मीर में लगभग 257 आतंकवादी मारे जा चुके है।पिछली साल की तुलना में यह आंकड़ा ज्यादा है। 2017 में जम्मू-कश्मीर में 213 आतंकवादी मारे गए थे। इस साल 50 से ज्यादा आतंकी गिरफ्तार किए गए, जबकि पांच ने आत्मसमर्पण भी किया है। खुफिया एजेंसियों की मने तो  जम्मू-कश्मीर में करीब 240 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें कुछ विदेशी भी शामिल हैं।

 

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दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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