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बिजनेस

पतंजलि को 2016-17 में 150 फीसदी विकास की उम्मीद

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पतंजलि आयुर्वेद, 2016-17 में 150 फीसदी विकास की उम्मीद, आचार्य बालकृष्ण

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पतंजलि आयुर्वेद, 2016-17 में 150 फीसदी विकास की उम्मीद, आचार्य बालकृष्ण

नई दिल्ली| पतंजलि आयुर्वेद की आय 2016-17 में 150 फीसदी बढ़कर 10 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है। यह बात यहां मंगलवार को कंपनी के संस्थापक और योग गुरु रामदेव ने कही। रामदेव ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमारी आय वर्तमान वित्त वर्ष में 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो जाने की उम्मीद है, जो 2015-16 में 5000 करोड़ रुपये की कंपनी है। हमारा इस साल 150 फीसदी विकास होने जा रहा है।” कंपनी इस साल विभिन्न राज्यों में विभिन्न उत्पादों की 5-6 नई प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करेंगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने कहा, “हम असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 5-6 प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करेंगे। इनमें से चार इसी साल चालू हो जाएंगे।”

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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