Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

कन्हैया का देशविरोधी नारेबाजी से सीधा संबंध नहीं : रिपोर्ट

Published

on

'कन्हैया का देशविरोधी नारेबाजी से सीधा संबंध नहीं'

Loading

'कन्हैया का देशविरोधी नारेबाजी से सीधा संबंध नहीं'

नई दिल्ली| दिल्ली सरकार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में नौ फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में हुई देश-विरोधी नारेबाजी और जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार में कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है। यह रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार के नेतृत्व में तैयार की गई है, जिसे उन्होंने दिल्ली सरकार को सौंप दिया है। उन्होंने आईएनएस से कहा, “मैंने पिछली रात (बुधवार) दिल्ली सरकार को रिपोर्ट सौंप दी।”

जिला मजिस्ट्रेट ने हालांकि इस बारे में कोई अन्य विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। एक अन्य अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “डीएम की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें कार्यक्रम में कन्हैया द्वारा कही गई बातों और देश-विरोधी नारेबाजी में कोई संबंध नहीं मिला है।”

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि देश-विरोधी नारेबाजी करने के एक अन्य आरोपी जेएनयू छात्र उमर खालिद की भूमिका की विस्तृत जांच किए जाने की जरूरत है।

रिपोर्ट में कहा गया, “उमर खालिद कई वीडियो में नजर आ रहा है। कश्मीर व अफजल गुरु के प्रति उसका समर्थन जाहिर है और वह कार्यक्रम का आयोजक था। उसकी भूमिका की विस्तृत जांच करने की जरूरत है।”

रिपोर्ट में संजय ने कहा है, “मेरे पास उपलब्ध कोई भी प्रत्यक्षदर्शी या वीडियो उन(कन्हैया) पर लगे आरोप साबित नहीं कर सकी।”

अधिकारी ने हालांकि कहा कि ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि जेएनयू परिसर में देश-विरोधी नारेबाजी हुई थी।’

रिपोर्ट में कहा गया, “जेएनयू परिसर में यकीनन देश-विरोधी नारेबाजी हुई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ लोगों की पहचान की है, जो देशविरोधी नारेबाजी करते साफ-साफ दिख रहे हैं। उनके ठौर-ठिकानों का पता लगाया जाना चाहिए और उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए।”

अधिकारी ने कहा कि हैदराबाद की ट्रूथ लैब के पास सात वीडियो भेजी गई थीं, जिनमें से तीन में छेड़छाड़ पाई गई। जिन वीडियो में छेड़छाड़ की बात सामने आई, उन्हें संपादित किया गया था और उनमें अलग आवाज डाली गई थी।

राज्य सरकार ने जेएनयू परिसर में हुई देश-विरोधी नारेबाजी मामले की 13 फरवरी को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। नारेबाजी नौ फरवरी को हुई थी।

इस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को कन्हैया कुमार को छह माह की अंतरिम जमानत दे दी। उन्हें दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को गिरफ्तार किया था।

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending