Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

भारत में समलैंगिक अब अधिक स्वीकार्य : मनोज बाजपेयी

Published

on

हंसल मेहता की 'अलीगढ़', प्रोफेसर सिरस, एकाकी खुशी से संतुष्ट, मनोज बाजपेयी, राजकुमार राव

Loading

हंसल मेहता की 'अलीगढ़', प्रोफेसर सिरस, एकाकी खुशी से संतुष्ट, मनोज बाजपेयी, राजकुमार राव

नई दिल्ली| भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत देश में औपनिवेशिक काल से समलैंगिकता के लिए दंड का प्रावधान है और यह एलजीबीटी समुदाय के लिए एक तलवार की धार की तरह है लेकिन अभिनेता मनोज बाजपेयी का कहना है कि आज अधिकांश लोग समलैंगिकों को स्वीकार करने लगे हैं और केवल कुछ लोगों को ही अपने विचारों में बदलाव लाने की जरूरत है। हंसल मेहता की फिल्म ‘अलीगढ़’ में मनोज अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दिवंगत प्रोफेसर श्रीनिवास रामचंद्र सिरस का किरादार निभा कर वाहवाही बटोर रहे हैं। सिरस को समलिंगी होने के कारण अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी और 2010 में वह अलीगढ़ स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। मनोज ने एक साक्षात्कार में कहा, “मैं इसे सबसे बड़ी सच्चाई के रूप में स्वीकार कर रहा हूं और मैं यह मानने के लिए तैयार हूं कि आज समलैंगिकों को समाज में काफी हद तक स्वीकार किया जा रहा है। केवल कुछ ही लोग हैं जो आक्रोश और हिंसात्मक हैं, जिनके लिए हमें ऐसी फिल्में बनानी पड़ती हैं ताकि उनके विचारों को बदला जा सके और इस मुद्दे पर चर्चा जारी रखी जा सके। ”

‘आज अधिकांश लोग समलैंगिकों को स्वीकार करने लगे हैं’

मनोज ने कहा कि यह दुखद है कि एलजीबीटी समुदाय के अधिकारों की बात आते ही समाज इन कुछ लोगों की राय को ही अधिकांश समाज की राय मान लेता है। मनोज ने जोर देते हुए कहा, “मैं हमेशा से मानता रहा हूं कि ये कुछ लोग ही अपनी आवाज को जोर-शोर से रखते हैं और उन्हें दूसरों की निजी जिंदगी में हस्तक्षेप करने की आजादी न जाने कहां से मिल जाती है।” फिल्म में अपने किरदार सिरस और खुद उनके लिए प्यार के क्या मायने हैं, यह समझाते हुए मनोज ने कहा, “उसे प्यार शब्द की गहरी समझ है और वह अनियंत्रित इच्छा की बात करता है जो कि बेहद स्वाभाविक है। मेरे साथ भी यह होता है। मैं विषमलिंगी हूं। मुझे जब कोई लड़की आकर्षक लगती है तो मेरे साथ भी ऐसा ही होता है। जब आप किसी से प्यार करते हैं तो आप उसे पूर्ण रूप से प्यार करते हैं।”

मनोज ने कहा, “आपको किसी से भी प्यार हो सकता है। चाहे कोई पंछी या तितली ही क्यों न हो। प्यार का व्यापक अर्थ है।” मनोज ने विविध प्रकार की भूमिकाओं से दर्शकों का दिल जीता है। 1998 की फिल्म ‘सत्या’ में अंडरवर्ल्ड डॉन भीखू मात्रे और ‘शूल’ में ईमानदार पुलिस इंस्पेक्टर समर प्रताप सिंह की भूमिका से लेकर ‘गैंग्स ऑफ वासीपुर’ में सरदार खान की भूमिका को भी उन्होंने जीवंत कर दिया था। मनोज ने कहा, “उम्र और अनुभव के साथ आप इंसान के बारे में काफी कुछ सीखते हैं। इन सभी किरदारों और शोध के साथ मैने सिरस के किरदार की बारीकियों को समझा है। उनकी आत्मा, उनकी मनोदशा को समझना मेरे लिए जितना मुश्किल था, उतना ही महत्वपूर्ण भी था।” फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई थी।

नेशनल

सामने आई स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट, शरीर के इन हिस्सों पर चोट के निशान

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के बाद उनका एम्स में मेडिकल टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट आ गई हैं। रिपोर्ट देखकर पता चलता है कि स्वाति के शरीर पर चार जगह चोट लगी थी। एम्स की रिपोर्ट में सामने आया है कि स्वाति मालीवाल को ‘बाएं पैर के थाइस’ पर 3×2 सेंटीमीटर के आकार की चोट थी और उनके ‘दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल’ पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी।

एम्स के डॉक्टर आनंद गंगदेव द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सीएम के आवास पर 13 मई को उनपर परिचित व्यक्ति ने हमला किया था. उन्हें कई बार थप्पड़ मारे गए और उनके सिर पर कठोर वस्तु से हमला किया गया और वह जमीन पर गिर गईं. उनके पेट, पेल्विस और चेस्ट पर पैर से कई बार मारा गया. मरीज फिलहाल जांघ और पेल्विस एरिया में दर्द की शिकायत कर रहा है।

सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें सिविल लाइन्स थाने लेकर जाया गया है। दिल्ली पुलिस को पहले ही बिभव कुमार के सीएम हाउस में होने का इनपुट मिला था। सूचना के बाद पुलिस टीम में एसएचओ सिविल लाइंस और एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सीएम आवास पर पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद एक गाड़ी सीएम हाउस में पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की टीम जब सीएम हाउस पर पहुंची तब वहां पर पहले से ही गेट खुले हुए थे। इस गाड़ी को गेट पर नहीं रोका गया और गाड़ी सीधा सीएम हाउस में चली गई। गाड़ी के लिए पहले से सीएम हाउस में मैसेज था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम सीधे सीएम हाउस में गई और फिर वहां से बिभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि गिरफ्तारी से पहले ही बिभव कुमार ने एक मेल किया था, जिसमें उसने हर जांच के लिए साथ देने की बात कही थी। अपने मेल में बिभव कुमार ने लिखा कि ‘मैं हर जांच में सहयोग को तैयार हूं। मुझे मीडिया के माध्यम से FIR दर्ज होने के बारे में जानकारी हुई। अभी तक मुझे एफआईआर के बाद कोई नोटिस नहीं दिया गया है। मेरी शिकायत पर भी दिल्ली पुलिस संज्ञान ले।’

Continue Reading

Trending