Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

भारत में बिना कट रिलीज होगी ‘द रेवेनेंट’

Published

on

भारत में बिना कट रिलीज होगी 'द रेवेनेंट'

Loading

भारत में बिना कट रिलीज होगी 'द रेवेनेंट'

मुंबई| लियोनाडरे डिकैप्रियो अभिनीत ‘द रेवेनेंट’ शुक्रवार को भारत में रिलीज होगी। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म को बिना किसी कट के ‘ए’ सर्टिफिकेट दे दिया है। फिल्म के प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, “हमें इस बात से राहत मिली है कि सीबीएफसी ने बिना किसी कट के फिल्म को मंजूरी दे दी है। आमतौर पर ऐसी फिल्मों पर उनका रवैया बेहद कठोर होता है।”

उन्होंने कहा, “सीबीएफसी ‘द रेवेनेंट’ से खासतौर पर इसलिए प्रभावित हुआ, क्योंकि फिल्म ने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं और ऑस्कर की दौड़ में भी यह बेहद आगे रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर यह कोई अन्य फिल्म होती, तो वे इतने उदार नहीं होते।”

फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है, जिसमें एक व्यक्ति के जीवित रहने के संघर्ष और बदले की कहानी दिखाई गई है।

एलेहांद्रो इनयारिटू निर्देशित इस फिल्म में टॉम हार्डी, डॉमह्नल ग्लीसन और पॉल एंडर्सन भी हैं।

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

Published

on

Loading

मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

Continue Reading

Trending