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करोड़ों को रोजगार दे सकती है खादी : मोदी

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करोड़ों को रोजगार दे सकती है खादी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात'

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नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इस साल के अपने पहले मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि खादी देश में करोड़ों लोगों को रोजगार दे सकती है। मोदी ने कहा, “खादी में देश के करोड़ों लोगों को रोजगार देने का सामथ्र्य है। यह अब देश के युवाओं की पसंद और पहचान बन गई है।” उन्होंने कहा, “सरदार पटेल ने कहा था कि खादी भारत की सभ्यता की प्रतीक है और किसानों की भलाई भी खादी में ही है।” मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में लोगों से हर साल 30 जनवरी को देश के शहीदों के लिए दो मिनट का मौन रखने की अपील भी की। मोदी ने कहा, “अगर पूरा देश हर साल 30 जनवरी की सुबह 11 बजे एक साथ मौन रखे, तो आप उस एक पल में उत्पन्न होने वाली ऊर्जा की कल्पना कर सकते हैं। इसे आदत बना लेना चाहिए।”

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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