Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बुंदेलखंड : 70 हजार आबादी को पानी नसीब नहीं

Published

on

Loading

हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे की जनता को सुबह-शाम पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। लोग हैंडपम्पों के सहारे प्यास बुझाने को विवश हैं। जल संस्थान का कहना है कि रोस्टर में आए बदलाव से ऐसा हो रहा है। यदि सहजना, पत्योरा व सुमेरपुर के तीनों फीडर सुबह-शाम एक साथ चलाए जाएं तो पेयजल की समस्या खत्म हो सकती है। सुमेरपुर कस्बे के प्रो. डॉ. भवानीदीन, प्रो. स्वामी प्रसाद, डॉ.आलोक पलीवाल, राजकुमार ओमर, भोला तिवारी व इमिलिया थोक के रामगणेश शात्री ने पेयजल संकट के बारे में बताया कि एक पखवाड़े से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिससे दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है।

उन्होंने बताया कि सुबह-शाम दोनों वक्त पानी न मिलने से हैंडपम्पों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहां लंबी लाइन लगाने के बाद एक-एक बाल्टी बमुश्किल पानी मिल पाता है। सुबह तैयार होकर सरकारी, गैर सरकारी, व्यापार, विद्यालय व विभिन्न कार्यों के लिए सबको जाना होता है। पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन जब सप्लाई नहीं मिल रही तो भारी दिक्कत हो रही है।

उन्होंने बताया कि शाम को भी पानी नहीं मिलता और सबुह भी नहीं तो पूरी आबादी पेयजल के घोर संकट से जूझ रही है। जल संस्थान के वरिष्ठ लिपिक रोहित चौरसिया का कहना है कि बिजली के अलग-अलग रोस्टर के कारण यह समस्या हो गई है।

लिपिक ने बताया कि बाकी रोड में स्थित नलकूप सहजना फीडर से चलते हैं, जबकि रानी लक्ष्मीबाई पार्क का नलकूप पत्योरा फीडर से संचालित है। ग्रामीण क्षेत्र व कस्बे के रोस्टर के समय का अंतराल होने से पेयजल की सप्लाई नहीं हो पा रही है, क्योंकि जब कस्बे में बिजली है तब देहात की ठप रहती है।

हाल यह है कि जब देहात की सप्लाई होती है, तब कस्बे की नहीं होती। यदि सुबह शाम, सजना, पत्योरा व टाउन तीनों फीडरों से विद्युत सप्लाई मिलने लगे तो पेयजल समस्या खत्म हो जाएगी।

विद्युत विभाग का कहना है कि ओवरलोड के चलते विभिन्न फीडरों में अलग-अलग सप्लाई दी जा रही है। एक साथ सप्लाई देना फिलहाल संभव नहीं है। उधर, कस्बे में आम जन मानस का कहना है कि पानी जीवन का मुख्य आधार है। जल संस्थान चाहे जो करे, पेयजल आपूर्ति जरूरी है। बिना पानी के काम नहीं चल सकता।

लोगों का यह भी कहना है कि जल संस्थान को नलकूप चलाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करनी चाहिए। जब बिजली मिले तो बिजली से, वरना अन्य व्यवस्था कर नलकूप चलाए जाएं।

उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में 31 मई तक VIP दर्शन पर रोक, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद

Published

on

Loading

हरिद्वार। अगर आप भी चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काफी अहम है। चारधाम यात्रा में VIP दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। लोग 31 मई तक VIP सिस्टम के तहत दर्शन नहीं कर पाएंगे। वहीं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी 19 मई तक बंद रहेंगे। खराब मौसम और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू हुई थी। छह दिन में ही देश-विदेश के 3,34,732 श्रद्धालु इनके दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के लिए 25 अप्रैल से चारधामों के लिए पंजीकरण शुरू किया और गुरुवार तक 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पंजीकरण हो गए।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पत्र जारी कर 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है। यह भी कहा है कि धामों में सुगम दर्शन के लिए सरकार ने श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य किया है। अब दर्शन उसी दिन होंगे जिस तिथि का पंजीकरण किया गया है। इससे पहले 30 अप्रैल को राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर 25 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था पर रोके जाने का आदेश दिया था।

50 मीटर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध

उत्तराखंड सरकार ने भीड़ प्रबंधन की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसमें 50 मीटर के दायरे में चारों धामों के मंदिर के परिसर में रील्स बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया लाइव आदि पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार ने कहा है कि कुछ यात्रियों द्वारा मंदिर परिसर में वीडियो एवं रील बनायी जाती है और उन्हें देखने के लिए एक स्थान पर भीड़ एकत्रित हो जाती है जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन करने में असुविधा होती है ।

Continue Reading

Trending