Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

उप्र विधानसभा चुनाव के लिए शरद-नीतीश सक्रिय

Published

on

Loading

जितेंद्र त्रिपाठी

लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल-युनाइटेड (जदयू) महागठबंधन को मिली सफलता के बाद पार्टी अब उत्तर प्रदेश में धाक जमाने के लिए काफी उत्साहित है। मिशन-2017 पार्टी के राष्ट्रीय एजेंडे में है और अंदरखाने जबरदस्त तैयारी चल रही है।

खास बात यह कि उप्र चुनाव की तैयारियों में बतौर पार्टी प्रदेश नेतृत्व नीतीश कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने काम भी शुरू कर दिया है। जदयू का दावा है कि उप्र के विधानसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि का पार्टी को पूरा लाभ मिलेगा।

मगर विडंबना यह है कि उप्र के सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव को बिहार चुनाव में अपना मुखिया बनाने और फिर उससे अलग होने के बाद जदयू यूपी में किस तरह सपा के ही सामने बतौर प्रतिद्वंदी खड़ा होगा।

इन सब चिंताओं से कोसों दूर जदयू ने चुनाव की अपनी तैयारियों के लिए अहम रणनीतियां बनाई हैं। पार्टी ने यह तय किया है कि वह यूपी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके ही जनता के सामने चुनावी मैदान में जाएगी।

इसके अलावा एक अहम बात यह भी है कि पार्टी ने मूल जनता दल के सदस्यांे को सक्रिय करना भी शुरू कर दिया है। पार्टी ने आइपीएन से अपने चुनावी मुद्दांे, गठबंधन की रणनीति समेत तमाम अहम बातें साझा की हैं।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन भइया ने आईपीएन से विशेष बातचीत में कहा, “वर्ष-2017 के यूपी विधान सभा चुनाव जदयू मजबूती के साथ लड़ेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने यूपी को समय देने का पूर्ण आश्वासन दिया है। हम चाहते हैं कि बिहार जीत के बाद उप्र प्रथम आगमन पर पहले नितीश जी का भव्य स्वागत करें।”

उन्होंने बताया कि नीतीश और शरद यादव ने कहा है कि पार्टी के लोगों को जागरूक और उन्हें सक्रिय किया जाए। उनका हौसला बढ़ाते हुए पार्टी नेतृत्व का संदेश सभी तक पहुंचाया जाए। गठबंधन के लिए पार्टी ने नीतीश और शरद को अधिकृत किया है।

उन्होंने बताया कि पार्टी यूपी चुनाव में कांग्रेस, रालोद और बसपा के साथ चुनावी गठबंधन करने के प्रयास में है।

क्या सपा से भी गठबंधन हो सकता है? इस सवाल पर भइया ने कहा कि जदयू कोई ऐसी पहल नहीं करेगा। यदि सपा गठबंधन का प्रस्ताव लाती है तो पार्टी उस पर विचार करेगी।

सुरेश निरंजन ने कहा, ‘नीतीश जी के उप्र आगमन से यहां हमारे पक्ष में माहौल बनना शुरू हो जाएगा। शरद जी ने यूपी विधानसभा चुनाव को अपने राष्ट्रीय एजेंडे में रखा है।”

जदयू प्रदेश अध्यक्ष संगठन की मजबूती के बारे में बताया, “प्रदेश के 65 जिलों में उनका संगठन का गठन हो गया है, लेकिन अभी सिर्फ 30 जिलों में ही सक्रिय है।”

उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड, पूर्वाचल और पश्चिमी क्षेत्र समेत पूरे सूबे में मूल जनता दल के लोग जदयू से जुड़े हैं। हम उनमें जोश भरेंगे और अपनी पुरानी स्थिति में लौटेंगे।”

चुनावी मुद्दों के बारे में भइया ने कहा, “प्रदेश में खनन के तहत नदियों, पहाड़ों समेत प्राकृतिक संसाधनों को जबरदस्त तरीके से लूटा जा रहा है। किसान वर्ष घोषित करने के बाद भी अखिलेश सरकार में किसानों को पानी, बिजली पर्याप्त उपलब्ध नहीं हो पा रही है। कानून-व्यवस्था का तो बहुत बुरा हाल है।

उन्होंने कहा कि जनता का भरोसा रखते हुए जनता का शासन होगा। लेखपाल से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी जनता के प्रति गंभीर और जिम्मेदार होंगे। जदयू की प्राथमिकताओं में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य होगा। महिलाओं की सुरक्षा और उनकी भागेदारी बढ़ाई जाएगी। युवाओं को वरीयता दी जाएगी। जितने में काम चलेगा, उतनी बिजली मुहैया कराई जाएगी।

सुरेश निरंजन ने कहा, “जदयू मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके ही विधानसभा का चुनाव लड़ेगा। जदयू का मुख्यमंत्री उम्मीदवार पिछड़ी या दलित या मुस्लिम समुदाय से ही होगा।”

गौरतलब है कि पिछले महीने जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यूपी विधानसभा चुनाव के लिए अहम रणनीति बनाई है।

नेशनल

ओडिशा के ढेंकानाल में बोले पीएम मोदी, मैंने ओडिशा और देश की सुख समृद्धि के लिए भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद मांगा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने ओडिशा के ढेंकानाल में एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन की शुरुआत जय जगन्नाथ और जय श्रीराम का उद्घोष कर के किया। पीएम मोदी ने 10 बजे सुबह में लोगों की इतनी बड़ी भीड़ आने पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि मैं सुबह भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेने गया था जहां हजारों लोगों की भीड़ आई थी। पीएम ने कहा कि भगवान जगन्नाथ हर किसी की आशा पूरी करते हैं। पीएम ने कहा कि मैनें ओडिशा और देश की सुख समृद्धि के लिए भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद मांगा है। पीएम मोदी ने रैली में आए बच्चों के बारे में कि जब 2047 में भारत विकसित होगा तब यही लोग देश चला रहे होंगे।

पीएम मोदी जनसभा में कहा कि चुनाव के इस समय में दुनिया के कई एक्सपर्ट देश के कोने-कोने में जाकर हालात का जायजा ले रहे हैं। भारत के लोकतंत्र के उत्सव का आनंद लेते हुए मतदाताओं की नब्ज टटोल रहे हैं। हर कोई चकित है कि लोग तीसरी बार भी मोदी सरकार को वापस लाना चाहते हैं। इसमें हमारी माताओं और बहनों का योगदान सबसे ज्यादा है। ओडिशा के गांव-गांव, गली-गली में अब एक ही नारा गूंज रहा है। ओडिशा में पहली बार-डबल इंजन सरकार।

पीएम मोदी ने रैली में आए लोगों से कहा कि आपने 25 साल तक बीजद की सरकार पर भरोसा किया। लेकिन आज लोग इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि इतने सालों में ओडिशा को क्या मिला। आज भी यहां किसान परेशान हैं। युवा दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जा रहे हैं। आदिवासी क्षेत्र जहां जल जंगल, जमीन है खनिज संपदा है, वहां सबसे ज्यादा बेहाली है। इन्हीं इलाकों से सबसे ज्यादा पलायन होता है।

पीएम मोदी ने कहा कि इतने समृद्ध ओडिशा में जनता इतनी गरीबी में जीने के लिए मजबूर क्यों है। पीएम ने कहा कि मैं सोमनाथ की धरती से जगन्नाथ की धरती को प्रणाम करने आया हूं। लेकिन मैं ओडिशा की गरीबी को देखता हूं तो मुझे तकलीफ होती है। पीएम ने कहा कि इतना समृद्ध प्रदेश, इतनी महान विरासत, मेरे ओडिशा को किसने तबाह-बर्बाद किया। किसने इसके युवाओं के सपनों को कुचल डाला। ये बातें बहुत तकलीफ देती है। पीएम ने कहा कि इसकी सबसे बड़ी वजह है बीजू जनता दल की सरकार जो पूरी तरह भ्रष्टाचारियों के कब्जे से घिरी हुई है। पीएम ने कहा कि मुट्ठी भर भ्रष्टाचारी सीएम आवास पर कब्जा कर के बैठे हैं। बीजद के छोटे-छोटे नेता करोड़ों के मालिक बन गए हैं। पीएम ने कहा कि ओडिशा की बीजद सरकार ने यहां की खनिज संपदा का फायदा लोगों को नहीं मिलने दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में पीएम बनने के बाद मैंनें नई खनन नीति बनाई। इसके तहत ओडिशा को ज्यादा रॉयल्टी मिलती है। हमने नियम बनाया कि खनिज की कमाई का एक हिस्सा यहीं रहे और लोगों के विकास में लगे। हमने ओडिशा को मिनरल फंड के तहत 26 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। पीएम ने कहा कि ये पैसे ढेंकनाल में बच्चों के स्कूल, गांव की सड़कों के लिए खर्च होने थे। लेकिन बीजेडी की सरकार ने इसमें भी भ्रष्टाचार किया।

पीएम मोदी ने कहा कि बीजेडी के राज में ओडिशा की न तो संपदा सुरक्षित है और न ही सांस्कृतिक धरोहर। बीजेडी सरकार के कारण जगन्नाथ मंदिर भी सुरक्षित नहीं है। बीते 6 साल से श्री रत्न भंडार की चाबी का अता-पता नहीं है। जब हमारे घर की चाबी खो जाती है तो हम भगवान जगन्नाथ से मदद मांगते हैं और चाबी हमें मिल जाती है। लेकिन यहां 6 साल से रत्न भंडार की चाबी खो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि इसके पीछे बीजेडी सरकार और सीएम को घेरा डाल कर बैठे लोग जिम्मेदार हैं। पूरा ओडिशा जानना चाहते है कि जो जांच हुई थी उसकी रिपोर्ट में ऐसा क्या है जो रिपोर्ट ही दबा दी है।

पीएम मोदी ने कहा कि बीजेडी की खामोशी के कारण लोगों का शक गहरा रहा है। पीएम ने कहा कि मैं आज ओडिशा के लोगों को गारंटी देता हूं कि भाजपा की सरकार उस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करेगी। इसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पीएम ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की सबसे बड़ी सेवा उसी समय से शुरू हो जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा का तेज विकास ओडिशा की मिट्टी की संतान ही कर पाएगी। इसलिए मोदी ने गारंटी दी है कि आप यहां भाजपा की सरकार बनाइए और भाजपा ओडिशा के बेटे या बेटी को ही ओडिशा का मुख्यमंत्री बनाएगी। पीएम ने कहा कि मैनें पहले से ही शपथ ग्रहण की तारीख बता दी है। मैं सभी को निमंत्रण देने आया हूं कि 10 जून को ओडिशा में भाजपा की डबल इंजन सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। पीएम मोदी ने कहा कि बीजद सरकार का जाना तय है।

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के ओडिशा को विकास की रफ्तार चाहिए जो बीजेडी सरकार किसी भी हालत में नहीं दे सकती। इस शताब्दी का अब तक पूरा हिस्सा लोग बीजेडी को दे चुके हैं। अब समय आ चुका है कि लोग बीजेडी की ढ़ीली सरकार को छोड़कर भाजपा की सरकार चुने। पीएम मोदी ने कहा कि बीते लंबे समय से ओडिशा में सिंचाईं परियोजनाएं लटकी पड़ी हैं। आपने अगर मोदी को अवसर दिया तो हम इसे पीएम कृषि सिंचाई योजना में लाएंगे। ओडिशा में 8 ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिनमें से 5 को मोदी सरकार पूरा कर चुकी है। लेकिन बीजद की सरकार के ज्यादातर प्रोजेक्ट आज भी अधूरे हैं।

पीएम ने कहा कि ओडिशा के किसानों के साथ भी हमेशा से विश्वासघात हुआ है। ओडिशा का किसान साल में धान की एक फसल मुश्किल से उगाता है। लेकिन किसान को 2200 रुपये को घोषित एमएसपी भी उन्हें नहीं मिलता। बीजेडी के नेता धान किसानों को मंडी में लूटते हैं। पीएम ने रैली में आए लोगों से कहा कि आप हर किसान से जाकर मिलें और उन्हें बताए कि अगर यहां भाजपा की सरकार बनेगी तो ओडिशा में भी छत्तीसगढ़ की तरह धान का एमएसपी 3100 रुपये होगा। 48 घंटे के अंदर में ही धान का ये पैसे उनके खाते में चला जाएगा। इसके अलावा जो तोलने के बहाने जो कंटनी-छंटनी होती है और किसानों के लूटा जाता है उससे मुक्ति के लिए मंडियों में इलेक्ट्रिक मशीन लगाई जाएगी।

पीएम ने कहा कि बीजेडी सरकार का पहली बार इस तरह कच्चा-चिट्ठा देश के सामने आ रहा है। आदिवासी अधिकारों को लेकर भी ओडिशा की बीजद सरकार लापरवाह है। केंद्र सरकार ने वन-धन योजना शुरू की है। जिसके तहत वन उत्पादों की खरीद एसएसपी पर होती है। ओडिशा में 175 केंद्र खुले हैं। इनमें 80 से ज्यादा वन उत्पादों की खरीद एमएसपी पर होती है। लेकिन बीजद सरकार वन उपज पर एमएसपी नहीं देती। वह यहां आदिवासियों के लिए पेसा कानून लागू नहीं करती जिस कारण आदिवासियों के भूमि अधिकार की समस्या ज्यों की त्यों है।

पीएम मोदी ने कहा कि बीजद सरकार के कारण माताओं बहनों का घर चलाना भी मुश्किल हो गया है। पीएम मोदी ने कहा कि वह दिल्ली से मुफ्त चावल के लिए पैसे भेजते हैं। लेकिन बीजेडी के लोग उसपर अपना चेहरा लगाकर बेच देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ओडिशा की महिलाओं के लिए सुभद्रा योजना शुरू करेंगे जो काफी मददगार होगी।

Continue Reading

Trending