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अन्तर्राष्ट्रीय

नाइजीरिया में 2 आत्मघाती हमले, कई की मौत

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लागोस। उत्तर-पूर्वी नाइजीरिया में अडामावा राज्य के मदागली शहर में सोमवार को मोटर पार्क में दो आत्मघाती हमले हुए, जिनमें कई लोगों की मौत हो गई। 

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दो महिला आत्मघाती हमलावरों ने स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग नौ बजे मोटर पार्क के पास मिनी बाजार में स्वयं को बम से उड़ा दिया, जिसके चलते कई लोगों की मौत हो गई।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमले में करीब 30 लोग मारे गए और अन्य 16 लोग घायल हुए हैं।

28 टास्क फोर्स ब्रिगेड के कमांडर विक्टर एजुगवू ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि अभी मृतकों की सही संख्या का पता नहीं चल पाया है।

विक्टर ने कहा, “दो महिला आत्मघाती हमलावरों ने मदागली में स्वयं को उड़ा दिया, जिसमें हमने अपने कई प्यारे देशवासियों को खो दिया।”

उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। सेना ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया है और अब स्थिति नियंत्रण में है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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