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मनोरंजन

शबाना ने सोनम को अभिनेत्री बनने के लिए प्रेरित

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मुंबई| अभिनेत्री शबाना आजमी ने खुलासा किया कि अनिल कपूर ने उनसे आग्रह किया था कि वह उनकी बेटी सोनम कपूर को अभिनेत्री न बनने की सलाह दें, लेकिन इसके उलट उन्होंने सोनम को पेशे को अपनाने के लिए प्रेरित किया। शबाना ने गुरुवार को आगामी फिल्म ‘नीरजा’ के ट्रेलर लांच पर यह खुलासा किया।

अभिनेत्री ने कहा, “अनिल ने सोनम को मेरे पास भेजा और कहा कि यह लड़की अभिनेत्री बनना चाहती है। इसे ऐसा न करने के लिए समझाइए। वह पढ़ने में बहुत अच्छी थी, इसलिए मैंने उनसे कहा कि वह जाएं और लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से पढ़ाई करें। जब वह लौटीं तो उन्होंने फिर कहा कि वह अभिनेत्री बनना चाहती हैं, इस पर मैंने कहा कि आगे बढ़ो, मैं हर कदम पर तुम्हारे साथ हूं।”

शबाना ने बताया, “जब सोनम की मां सुनीती ने कहा कि वह चाहती हैं कि सोनम नृत्य करें, तो मैंने उसे कथक शिक्षक से मिलवाया। मेरे लिए सोनम मेरी बेटी की तरह है।”

राम माधवानी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘नीरजा’ में शबाना, मुख्य किरदार नीरजा की मां रमा भनोट की भूमिका में हैं।

नीरजा भनोट एक एयर होस्टेस थीं। उन्होंने 1986 में कराची से अगवा विमान में फंसे 359 लोगों को बचाते हुए अपनी जान दे दी। उन्हें भारत सरकार द्वार मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।

रमा भनोट से मिल चुकीं शबाना ने कहा, “मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे रमा से मिलने का मौका मिला। हमारे बीच एक रिश्ता बना और कहीं न कहीं हम अब भी जुड़े हुए हैं। रमा बड़े दिल की इंसान हैं।”

प्रादेशिक

13 साल बाद एक्ट्रेस को मिला इंसाफ, कोर्ट ने हत्यारे बाप को सुनाई फांसी की सजा

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मुंबई। एक्ट्रेस लैला खान और उसके पूरे परिवार के हत्यारे सौतेले पिता को मुंबई की सेशन कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में परवेज टाक को लैला, उनकी मां और चार भाई-बहन की हत्या और सबूतों को नष्ट करने का दोषी ठहराया था। यह मामला 13 वर्ष पुराना है। सौतेले प‍िता ने लैला, उसकी मां व चार भाई-बहनों की हत्या की थी, इसके बाद शवों को फार्म हाउस में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था।

बता दें कि बीते सप्ताह सरकारी वकील पंकज चव्हाण ने दोषी परवेज टाक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। उनका कहना था कि इस हत्या को पूरी तरह से प्लान करके किया गया था, जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया और शवों को ठिकाने लगा दिया गया।

लैला खान हत्याकांड में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान आरोपी के वकील वहाब खान ने दलील पेश की, जिसमें उन्होंने कम से कम आजीवन कारावास की सजा की मांग की। वकील ने कहा कि कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है और शव उनके कहने पर बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं बल्कि दोषी के वकील ने जेल में टाक के अच्छे व्यवहार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसमें सुधार हुआ है और इसलिए उन्होंने इसे भी सजा को कम करने का आधार बताया है। हालांकि कोर्ट ने उनकी एक न सुनी और परवेज टाक को फांसी की सजा सुना दी।

बता दें कि परवेज टाक, लैला का सौतेला पिता है। परवेज ने लैला की मां संग तीसरी शादी की थे। साल 2011 में फरवरी में लैला खान, उनकी मां और चार भाई-बहनों की महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके बंगले में हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो कहा गया कि संपत्तियों पर बहस के बाद परवेज ने इस घटना को अंजाम दिया था।

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