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नेशनल

भाजपा को एकमात्र विकल्प मान रहे असम वासी : सोनोवाल

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नई दिल्ली| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की असम इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष सर्बानंद सोनोवाल का मानना है कि असम के लोगों को लगता है कि केवल भाजपा ही राज्य का तेजी से विकास कर सकती है। लोग कांग्रेस सहित सभी पार्टियों को आजमा चुके हैं।

सोनोवाल (53) ने डिब्रूगढ़ से टेलीफोन पर आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, “असम के लोगों का भाजपा में पूर्ण विश्वास है। वे जानते हैं कि केवल भाजपा में ही राज्य को तेजी से विकास के रास्ते पर ले जाने की क्षमता है। असम के लोग कांग्रेस और असम गण परिषद सहित सभी पार्टियों को आजमा चुके हैं और उन्हें लगता है कि उनके साथ धोखा हुआ है।”

केंद्रीय खेल मंत्री सोनोवाल को शनिवार को असम भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।

सोनोवाल ने कहा कि राज्य की गोगोई सरकार लोगों को बेवकूफ बना रही है और कोष का दुरुपयोग कर रही है।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस और असम गण परिषद की सरकारें असम के लोगों की जिंदगी में कोई नजर आने वाला बदलाव नहीं कर सकी हैं।”

उन्होंने कहा कि असम के हर तबके से राय लेने के बाद भाजपा राज्य में कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल करने के बारे में अपनी रणनीति बनाएगी।

सोनोवाल की नियुक्ति को भाजपा के लिए बिहार हार से ली गई सीख के रूप में देखा जा रहा है। बिहार में भाजपा ने किसी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं घोषित किया था और एक राय यह भी है कि इससे पार्टी को चुनाव में नुकसान हुआ।

सोनोवाल 2014 में लोकसभा चुनाव के समय असम भाजपा के अध्यक्ष थे। तब राज्य की 14 संसदीय सीटों में से सात पर भाजपा जीती थी। सोनोवाल को अब राज्य विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रबंधन प्रभारी भी बनाया गया है। असम की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल अगले साल जून में समाप्त हो रहा है।

भाजपा ने असम के लिए मिशन-84 का नारा दिया है। राज्य में विधानसभा की 126 सीटें हैं। पार्टी का मिशन इनमें से कम से कम 84 सीटें जीतने का है।

सोनोवाल ने कहा, “असम के लोगों का पक्का विश्वास है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केवल भाजपा ही बदलाव ला सकती है।”

भाजपा के नेताओं ने बताया कि 27 नवंबर को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रैली के साथ भाजपा राज्य में अपने अभियान की शुरुआत करेगी।

उल्फा महासचिव अनूप चेतिया के भारत प्र्त्यपण से होने वाले चुनावी फायदे पर सीधे कुछ न कहते हुए सोनोवाल ने कहा कि चेतिया शांति प्रक्रिया में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

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नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

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