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अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में निवेश फायदेमंद : मोदी

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कुआलालंपुर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दुनियाभर के निवेशकों को भारत में निवेश के लिए आकर्षित करते हुए कहा कि देश की तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था से उन्हें लाभ होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में इस समय आधार मजबूत हैं, निरंतर सुधार हो रहे हैं और देश निवेशकों का बाहें फैलाकर स्वागत करने के लिए तैयार है। ये परिस्थितियां यहां निवेशक करने के अनुकूल हैं।

अपने चार दिवसीय मलेशिया और सिंगापुर की यात्रा के पहले दिन आसियान व्यापार एवं निवेश शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “18 माह पूर्व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सरकार में आने के बाद देश के आर्थिक हालात सुधरे हैं और आज प्रत्येक आर्थिक सूचकांक में भारत की स्थिति बेहतर है।”

उन्होंने कहा, “निश्चित तौर पर यह अचानक नहीं हुआ है, वह भी ऐसे में जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति इस वक्त ठीक नहीं है। यह सफलता शुरू की गई कई नीतियों का परिणाम है।”

उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य सिर्फ सुधार नहीं है, बल्कि बदलाव के लिए सुधार है।

मोदी ने कहा, “आसियान के कई देशों ने एशिया के उत्थान के लिए काम किया है और अब भारत की बारी है। हम जानते हैं कि हमारा समय आ गया है।”

सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने अपने ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्किल इंडिया’ जैसे अभियानों का हवाला देते हुए कहा, “मैं आप सबको भारत आने और बदलती धारा को देखने आमंत्रण देता हूं।”

हाल ही में शुरू किए गए कई पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीमा, रक्षा तथा रेलवे जैसे कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विदेशी निवेश और भी आसान हो गया है।

मोदी ने कहा, “हम विकास प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली बाधाओं को हटाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने वैश्विक निवेशकों से कहा, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपनी कर व्यवस्था को पारदर्शी और उम्मीद के मुताबिक बनाने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि निवेशकों के कराधान से संबंधित मामलों का निपटारा जल्द से जल्द व निष्पक्ष तरीके से किया जाएगा।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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