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मुख्य समाचार

काशी, मथुरा व अयोध्या में आतंकी खतरे की आशंका, अलर्ट

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लखनऊ| पेरिस में हुए आतंकवादी हमलों के बाद उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक शहरों में आतंकी खतरे को देखते हुए अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को राज्य के चार शहरों में भी आतंकवादी हमले होने की आशंका है, जिसके तहत एहतियातन आगरा, वाराणसी, मथुरा और अयोध्या में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।

प्रदेश के गृह विभाग की ओर से मंगलवार देर शाम जारी निर्देश में ताजमहल सर्किल की सुरक्षा बढ़ाने की बात भी कही गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, राज्य के गृह सचिव एस.के. रघुवंशी के निर्देश पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी अलर्ट जारी किया है, जिसमें साफ कहा गया है कि वाराणसी, मथुरा, अयोध्या के अलावा आगरा में विशेष सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।

अलर्ट के मुताबिक, आतंकवादी और उनके स्लीपर सेल इन प्रमुख स्थानों पर घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं, इसलिए चिह्न्ति स्थानों के आसपास विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा मॉल, सिनेमा हॉल और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम करने के आदेश दिए गए हैं।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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