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ICC चेयरमैन पद से हटाए गए श्रीनिवासन, शास्त्री का भी IPL पद गया

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मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन पद से हटाने का फैसला लिया और उनकी जगह अब आईसीसी चेयरमैन का शेष कार्यकाल बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर पूरा करेंगे। सोमवार को बीसीसीआई की वार्षिक बैठक में इसका फैसला लिया गया। वहीं हितों के टकराव की वजह से BCCI ने रवि शास्त्री को IPL की गवर्निंग काउंसिल से भी हटा दिया। शास्त्री टीम इंडिया के निदेशक भी हैं और इस पद पर वह अगले साल मार्च-अप्रैल में होने वाले ICC वर्ल्ड T20 तक बने रहेंगे।

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा हितों के टकराव के दोषी पाए जाने के कारण श्रीनिवासन को बीसीसीआई पद छोड़ना पड़ा था और आईसीसी चेयरमैन पद का उनका कार्यकाल अगले साल जून तक समाप्त होना था। श्रीनिवासन की तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) के अध्यक्ष पद की वैधता को लेकर भी विवाद चल रहा है और मामले की जांच जारी है। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा, “आईसीसी में बीसीसीआई के प्रतिनिधि अब मनोहर होंगे। वह आईसीसी चेयरमैन का पद ग्रहण करेंगे। बीसीसीआई के सभी सदस्यों ने इस निर्णय पर सहमति जताई। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने कामकाज में पारदर्शिता लाए जाने की बात कही।”

मनोहर ने कहा कि हितों के टकराव से संबंधित शिकायतों की सुनवाई के लिए पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. पी. शाह की नियुक्ति की गई है। मनोहर ने कहा, “आईपीएल की गवर्निग काउंसिल की अध्यक्षता राजीव शुक्ला कर रहे हैं और अन्य सदस्यों में ज्योतिरादित्य सिंधिया अजय शिर्के, एम. पी. पांडोव और सौरभ गांगुली शामिल हैं। हितों के टकराव के संदर्भ में बोर्ड एक लोकपाल की नियुक्ति करेगा और पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. पी. शाह शिकायतों को देखेंगे।”

श्रीनिवासन की कपंनी इंडिया सीमेंट के स्वामित्व वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स भी संकट में चल रही है। सुपर किंग्स के टीम अधिकारी और श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन पर आईपीएल-6 में सट्टेबाजी का दोष साबित होने के बाद सुपर किंग्स को आईपीएल के अगले दो सीजन के लिए निलंबित कर दिया गया है और श्रीनिवासन को सर्वोच्च न्यायालय ने हितों के टकराव की स्थिति का दोषी पाया, जिसके कारण उन्हें अपना बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था।

मयप्पन पर भी बीसीसीआई से संबद्ध किसी भी क्रिकेट गतिविधि से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया है।सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित लोढ़ा समिति ने सुपर किंग्स के साथ राजस्थान रॉयल्स को भी आईपीएल से दो वर्ष के निलंबित कर दिया है, क्योंकि मयप्पन के साथ राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा भी सट्टेबाजी के दोषी पाए गए थे।

बीसीसीआई अध्यक्ष मनोहर ने यह भी कहा कि अगले वर्ष भारतीय टीम 12 टेस्ट मैच खेलेगी और पुणे, विजाग, रांची, राजकोट, इंदौर और धर्मशाला को भी टेस्ट आयोजन स्थल की मान्यता दे दी गई।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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