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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन संग शांति, सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध : मा यिंग जिउ

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ताइपे। ताइवान के राष्ट्रपति मा यिंग जिउ ने शनिवार को सिंगापुर में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ निर्धारित बैठक में शामिल होने से पहले चीन-ताइवान में शांति एवं सहयोग बढ़ाने का अपना संकल्प दोहराया।

मा यिंग ने विमान में सवार होने से पहले कहा कि चीन के साथ ताइवान के संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए यह ‘सही समय’ है क्योंकि पिछले 66 वर्षो की तुलना में ये संबंध कभी इतने स्थायी नहीं रहे। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस बैठक से एक नए मंच को स्थापित करने में मदद मिलेगी, जिस पर दोनों देशों के नेता आकर आपसी संबंधों को आगे बढ़ा सकें। चीन-ताइवान के प्रमुखों के बीच 1949 के बाद पहली बार शनिवार को सिंगापुर में यह बैठक हो रही है।

ताइवान ने इस ऐतिहासिक बैठक पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। ताइवान के समाचार पत्र ‘युनाइटेड’ में शनिवार को प्रकाशित संपादकीय में कहा कि ताइवान की अधिकांश जनता इस बैठक के बारे में सकारात्मक सोच रखती है। यह बैठक स्वयं में काफी महत्वपूर्ण है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

रूस की सेना का बड़ा सैन्य अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत लेने का है आरोप

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मास्को। रूस में सेना के एक बड़े अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया अफसर रूस का मुख्य संचार निदेशालय का प्रमुख वादिम शमारिन है। इससे कुछ दिन पहले ही रिश्वत लेने के ही आरोप में रूस के उपरक्षा मंत्री को गिरफ्तार किया गया था।

रूसी समाचार एजेंसियों ने एक सैन्य अदालत का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें दो महीने के लिए हिरासत में रखा गया है, लेकिन मामले के अन्य विवरण नहीं बताए गए हैं। इससे पहले, इसी साल अप्रैल में, रक्षा उप मंत्री तैमूर इवानोव को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इवानोव सर्गेई शोइगु के करीबी सहयोगी थे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसी महीने शोइगु को रक्षा मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था। शोइगु को हटाए जाने के दो दिन बाद रक्षा मंत्रालय के कार्मिक निदेशालय के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल यूरी कुजनेत्सोव को रिश्वतखोरी के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि रक्षा अधिकारियों की गिरफ्तारी का यह संकेत नहीं है कि यह सेना के खिलाफ अभियान है। पेसकोव ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई एक सतत कार्य है, यह कोई अभियान नहीं है। यह लगातार चलता रहता है। यह हमारे कानून प्रवर्तन एजेंसियों की गतिविधि का अनिवार्य हिस्सा है।’’ यूक्रेन के साथ लड़ाई में कीव पर जल्दी कब्जा करने में रूस की विफलता के लिए शोइगु को व्यापक रूप से दोषी ठहराया गया था और निजी सेना के कमांडर येवगेनी प्रिगोझिन ने उन पर अक्षमता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। प्रिगोझिन ने जून 2023 में शोइगू को हटाने और सेना प्रमुख जनरल वेलेरी गेरासिमोव को हटाने की मांग करते हुए विद्रोह कर दिया था।

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