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मुख्य समाचार

नीतीश सरकार में मंत्री रहे भीम सिंह भाजपा में शामिल

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पटना| नीतीश सरकार में मंत्री रहे भीम सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। भाजपा के प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को भीम सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, अनंत कुमार, सुशील कुमार मोदी सहित कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘अहंकारी’ बताया और कहा, “अहंकारी नीतीश ने जहां राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है, वहीं अति पिछड़ी जातियों को हाशिए पर डाल दिया है।”

सिंह ने कहा कि नीतीश न्याय और विकास का नारा देते हैं, लेकिन यह नारा महज दिखावा है।

उन्होंने कहा, “नीतीश किसी की नहीं सुनते। मुझे नीतीश ने अनुरोध कर जद (यू) में शामिल कराया था, लेकिन उनके अहंकार ने मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है।”

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा, “भीम सिंह के पार्टी में आने से भाजपा मजबूत होगी। उनका पार्टी में आना नीतीश के अहंकार को दर्शाता है।” उन्होंने दावा किया कि आज जद (यू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पास पिछड़ी जाति का कोई नेता नहीं बचा है। यह स्थिति दोनों दलों की वास्तविकता को दर्शाती है।

इधर, सुशील मोदी ने कहा, “भीम सिंह की वेदना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकार सही मायनों में किस तरह से पिछड़ों और अति पिछड़ों को ठग रही है।” उन्होंने कहा कि जद (यू) और राजद केवल ‘लाठी में तेल पिलावन, लाठी चलावन और पिछड़ा भगावन’ की नीति पर चल रहे हैं।

 

नेशनल

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा, जिसमें केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी।

दिल्ली में शराब नीति घोटाले से उपजे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताया है। केजरीवाल पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुके हैं कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हर लोकतंत्र में जरूरी हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है।

केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कहा कि जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया गया और जिस समय लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया, जब आचार संहिता लागू हो चुकी थी। इससे साफ है कि एजेंसी बिना किसी कारण के जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही हैं। चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से ही उनकी गिरफ्तारी हुई है।

तिहाड़ जेल जाने के बाद केजरीवाल अपने स्वास्थ्य को लेकर भी जेल प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। उनका दावा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर जेल प्रशासन उन्हें इंसुलिन नहीं दे रहा है, जबकि वह लंबे समय से शुगर के मरीज हैं।

 

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