Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

व्यापमं घोटाला : गवाह की बजाय उसका मृत्यु प्रमाण पत्र आया

Published

on

भोपाल,मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल,उत्तर प्रदेश के बलिया जिले,मेडिकल कॉलेज,एसटीएफ

Loading

भोपाल | मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले से जुड़े एक और व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। इस तरह यह बीते पांच दिनों में इस मामले से जुड़े लोगों की मौत की पांचवीं खबर है। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के संजय यादव को विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने आरोपी से गवाह बनाया था। उसकी मौत लंबी बीमारी के बाद दो माह पहले ही हो चुकी है, लेकिन एसटीएफ ने बुधवार को अदालत में उसकी बजाय उसका मृत्यु का प्रमाण पत्र पेश किया। व्यापमं द्वारा वर्ष 2013 में आयोजित आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े में संजय आरोपी था। उस पर लोगों से पैसे लेकर भर्ती कराने का आरोप था। एसटीएफ ने उसे बाद में गवाह बना लिया था। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, संजय ने हमीरपुर के तीन युवकों की भर्ती कराई थी। तीनों युवकों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है, जो इस समय जमानत पर हैं।

सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ के विशेष अपर सत्र न्यायाधीश बी.एस. भदौरिया की अदालत में बुधवार को इस मामले की सुनवाई थी और संजय की गवाही होना थी, लेकिन एसटीएफ ने उसकी बजाय उसका मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया। एसटीएफ ने बताया कि जब उनका दल सम्मन तामील करने संजय के घर पहुंचा तो उसके परिजनों ने उसका मृत्यु प्रमाण पत्र दिया। परिजनों के हवाले से बताया गया कि संजय भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती था और दो माह पहले उसकी मौत हो गई। यह व्यापमं घोटाले तथा इसकी जांच से किसी न किसी रूप में जुड़े लोगों की पिछले पांच दिनों में मौत की पांचवीं खबर है। बीते शनिवार को झाबुआ में कवरेज के दौरान टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई। अगले ही दिन रविवार को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा का शव दिल्ली के एक होटल में मिला। सोमवार सुबह सागर के जवाहर लाल नेहरू प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षणरत सब-इंस्पेक्टर अनामिका कुशवाहा ने तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली। सोमवार शाम ही टीकमगढ़ जिले के ओरछा थाने के आरक्षक का शव पंखे के सहारे झूलता मिला और अब गवाह संजय यादव की मौत का खुलासा हुआ है।

राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) इंजीनियरिग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा से लेकर वे सभी भर्ती परीक्षाएं आयोजित करता है, जो मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग आयोजित नहीं करता है। पुलिस सब इंस्पेक्टर, आरक्षक, रेंजर एवं शिक्षक आदि की नियुक्तियां इसके जरिये ही होती है। इन दाखिलों और भर्तियों में हुई गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद जुलाई 2013 में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। वर्तमान में हाईकोर्ट के निर्देश पर पूर्व न्यायाधीश चंद्रेश भूषण की अध्यक्षता में गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) की देखरेख में विशेष कार्य बल (एसटीएफ ) इसकी जांच कर रहा है। एसटीएफ इस मामले में अब तक 21,00 लोगों को गिरफ्तार कर चुका है। वहीं, कथित तौर पर इससे जुड़े 49 लोगों की मौत हो चुकी है।

नेशनल

सामने आई स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट, शरीर के इन हिस्सों पर चोट के निशान

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के बाद उनका एम्स में मेडिकल टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट आ गई हैं। रिपोर्ट देखकर पता चलता है कि स्वाति के शरीर पर चार जगह चोट लगी थी। एम्स की रिपोर्ट में सामने आया है कि स्वाति मालीवाल को ‘बाएं पैर के थाइस’ पर 3×2 सेंटीमीटर के आकार की चोट थी और उनके ‘दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल’ पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी।

एम्स के डॉक्टर आनंद गंगदेव द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सीएम के आवास पर 13 मई को उनपर परिचित व्यक्ति ने हमला किया था. उन्हें कई बार थप्पड़ मारे गए और उनके सिर पर कठोर वस्तु से हमला किया गया और वह जमीन पर गिर गईं. उनके पेट, पेल्विस और चेस्ट पर पैर से कई बार मारा गया. मरीज फिलहाल जांघ और पेल्विस एरिया में दर्द की शिकायत कर रहा है।

सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने सीएम केजरीवाल के आवास से विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें सिविल लाइन्स थाने लेकर जाया गया है। दिल्ली पुलिस को पहले ही बिभव कुमार के सीएम हाउस में होने का इनपुट मिला था। सूचना के बाद पुलिस टीम में एसएचओ सिविल लाइंस और एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सीएम आवास पर पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद एक गाड़ी सीएम हाउस में पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की टीम जब सीएम हाउस पर पहुंची तब वहां पर पहले से ही गेट खुले हुए थे। इस गाड़ी को गेट पर नहीं रोका गया और गाड़ी सीधा सीएम हाउस में चली गई। गाड़ी के लिए पहले से सीएम हाउस में मैसेज था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम सीधे सीएम हाउस में गई और फिर वहां से बिभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि गिरफ्तारी से पहले ही बिभव कुमार ने एक मेल किया था, जिसमें उसने हर जांच के लिए साथ देने की बात कही थी। अपने मेल में बिभव कुमार ने लिखा कि ‘मैं हर जांच में सहयोग को तैयार हूं। मुझे मीडिया के माध्यम से FIR दर्ज होने के बारे में जानकारी हुई। अभी तक मुझे एफआईआर के बाद कोई नोटिस नहीं दिया गया है। मेरी शिकायत पर भी दिल्ली पुलिस संज्ञान ले।’

Continue Reading

Trending