Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

दिल्ली में नहीं खत्म हुई डॉक्टरों की हड़ताल, सरकार ने लगाया एस्मा

Published

on

doctors-strike

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने रेजिडेंट डॉक्टरों के काम पर नहीं लौटने पर ‘एस्मा’ लगा दिया है। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी मेडिकल सेवा ठप रही। सुबह कई अस्पतालों में हालत इतनी बिगड़ गई थी कि तीमारदारों का हंगामा भी हुआ। जिसके बाद हड़ताल पर गए डॉक्टरों पर काम पर लौटने का आवश्यक कानून एस्मा लगाया गया, लेकिन अब भी गतिरोध बना हुए है।

दिल्ली सरकार ने मंगलवार को सरकारी अस्पतालों के हड़ताली रेजीडेंट डॉक्टरों को काम पर लौटने और ऐसा न करने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी थी। डॉक्टरों ने हालांकि हड़ताल खत्म करने से इंकार कर दिया। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सरकार ने डॉक्टरों को चेतावनी दी थी कि अगर वे मंगलवार सुबह 11 बजे तक काम पर नहीं लौटे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम जब सभी मांगे मानने के लिए तैयार हैं, तो हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है।”

बाद में मांगें मानी जाने के बाद भी हड़ताल न टूटने पर डॉक्टरों पर एस्मा लगाने की घोषणा कर दी गई। उल्लेखनीय है कि डॉक्टरों ने फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्र्ट्स एसोसिएशन (फोर्डा) के आह्वान पर काम पर लौटने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक मांगे लागू नहीं होतीं, वे काम पर नहीं लौटेंगे। फोर्डा दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों का एक संगठन है।

हड़ताल न तोड़ने पर डॉक्टरों की ओर से कुछ तर्क आए हैं। वरिष्ठ रेजीडेंट डॉक्टर और फोर्डा सदस्य प्रदीप कुमार ने बताया, “सरकार द्वारा हमें कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बावजूद फिलहाल यह हड़ताल खत्म नहीं होने वाली। हमें पूर्व में भी हमारी मांगों के संबंध में यही आश्वासन दिए गए थे, लेकिन एक भी मांग पूरी नहीं हुई।” उन्होंने कहा, “अगर सरकार 20,000 रेजीडेंट डॉक्टरों को निलंबित कर सकती है, तो करे। सरकार को रेजीडेंट डॉक्टरों की अनुपस्थिति की वजह से होने वाली दुश्वारियां समझनी चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों के 20 हजार से अधिक रेजीडेंट डॉक्टर सोमवार को जीवनरक्षक दवा की उपलब्धता, कार्यस्थल पर सुरक्षा, काम के तय घंटे और समय से वेतन देने की मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल पर चले गए।

उत्तर प्रदेश

महोबा में गरजे सीएम योगी- ‘पाकिस्तान की जितनी आबादी है उससे ज्यादा लोग हमारे यहां गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं’

Published

on

Loading

महोबा। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को महोबा में एक जनसभा को संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस वाले कहते हैं पाकिस्तान के पास एटम बम है। उसके खिलाफ कुछ मत बोलो। तो मैंने कहा- क्या हमारे एटम बम फ्रिज में रखने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जितनी आबादी है उससे ज्यादा लोग हमारे यहां गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। पाकिस्तान के अंदर रोज आंदोलन हो रहे हैं। एक-एक किलो आटा के लिए मारपीट हो रही है। छीना-झपटी चल रही है। जो लोग रोज पाकिस्तान का राग अलाप रहे हैं उनसे कह दो कि अगर पाकिस्तान से इतना ही प्यार है तो हिंदुस्तान पर बोझ क्यों बने हैं। चले जाएं पाकिस्तान, वहां कटोरा लेकर भीख मांगें।

सीएम योगी ने कहा कि हमने बिना चेहरा, गांव या क्षेत्र देखे सबका साथ सबका विकास किया है।आज बुदेलखंड में बनी तोप जब सीमा पर गरजती है तो पाकिस्तान वालों की पैंट भीग जाती है। 2017 के पहले यहां डकैतों का आतंक था, बड़े बड़े माफिया थे। सपा, बसपा कांग्रेस ने यहां माफिया दिया जो लूट खसोट मचा रहे थे। बेटी और व्यापारी की सुरक्षा खतरे में थी। आज बुंदेलखंड को नोएडा के तर्ज पर विकसित करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अब हमारा नौजवान बुंदेलखंड से पलायन नहीं करेगा। पूरी दुनिया आपके पास नौकरी की भीख मांगने आएगी। सीएम ने कहा कि क्या राम भक्तों पर गोली चलाने वाले भारत पर शासन करेंगे? हिंदुओं के हत्यारों को सत्ता सौंपेंगे क्या? कतई नहीं होना चाहिए ये पाप।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बुंदेलखंड के साथ पिछली सरकारों ने अन्याय किया। सपा व कांग्रेस ने यहां की जनता का शोषण किया। योगी ने कहा कि 2014 के बाद से बुंदेलखंड में विकास तेजी से हुआ है। जो लोग राम भक्तों पर गोलियां चलाते थे उनको जनता इस चुनाव में भी सबक सिखाएगी।

Continue Reading

Trending