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प्रादेशिक

मौलानाओं के मुंह से बू आती है : भाजपा

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वाराणसी,सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी,पत्रकार जगेंद्र,अस्पताल

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वाराणसी । केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को कहा, “अगर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां को योग और योगी से सांप्रदायिकता की बू आती है तो मैं भी कहूंगा कि उलेमाओं के मुंह से बू आती है।” प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि वह यह बात आजम खां के बयान के जवाब में कह रहे हैं। यहां के हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के छात्रसंघ सत्र समापन समारोह में शामिल होने और भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में हिस्सा लेने आए वाजपेयी ने कहा कि आजम खां नित्य ही अपनी सीमा लांघते हैं। उन्हें अपनी हद में रहना चाहिए। योगियों का मतलब साधु-संतों से हैं। साधुओं पर ऐसी टिप्पणी हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। पत्रकारों से औपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “यदि आजम खां को हमारे योगियों से बदबू आती है तो मैं भी कहूंगा कि हमें मुस्लिम मौलानाओं के मुंह से बदबू आती है।”

पत्रकार जगेंद्र को जिंदा जला दिए जाने के मामले पर लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वाजपेयी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के डीएनए में ही लोकतंत्र की हत्या करना है। उन्होंने कहा कि यह कैसे संभव है कि कोई हत्या का आरोपी मंत्री पद पर बैठा रहे और उसके खिलाफ निष्पक्ष जांच हो जाए। मंत्री शिवपाल ने सोमवार को कहा था कि राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा पर पत्रकार की हत्या करवाने का आरोप लगा है, लेकिन सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई तभी करेगी जब जांच में वह दोषी पाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि राजा भैया की तरह राममूर्ति वर्मा निर्दोष साबित होंगे। गौरतलब है कि शाहजहांपुर के पत्रकार जगेंद्र सिंह के घर एक जून को दोपहर करीब तीन बजे कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक श्रीप्रकाश राय, दो दारोगा और चार सिपाहियों ने दबिश दी थी। बंद कमरे में क्या हुआ, कोई जान न पाया, लेकिन पुलिस बल के जाते ही जगेंद्र गंभीर रूप से झुलसे हुए पाए गए। जगेंद्र के शरीर का 65 फीसद हिस्सा झुलस गया था। परिवार के लोग उन्हें तुरंत जिला अस्पताल ले गए, जहां दंडाधिकार के समक्ष बयान में जगेंद्र ने कहा था, “राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा के इशारे पर इंस्पेक्टर श्रीप्रकाश राय ने उन पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा फूंकने का प्रयास किया।” लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती जगेंद्र की कुछ घंटों बाद मौत हो गई थी।

पत्रकार जगेंद्र का पूरा परिवार इन दिनों धरने पर बैठा है। पीड़ित परिवार के सदस्यों का आरोप है कि राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा के गुर्गे और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मिथिलेश कुमार उन पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आए दिन सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार के मामले सामने आने से सपा बौखला गई है, इसी वजह से पत्रकारों पर हमले करवा रही है।मैच फिक्सर ललित मोदी के प्रति विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की हमदर्दी वाले प्रकरण से बचते हुए वाजपेयी ने कहा कि वह राजनीति के खिलाड़ी हैं, क्रिकेट के नहीं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, “मां और बेटे अब स्कूटर पर बैठकर संसद जाने के लिए बचे हैं। वे चंद्रमा पर थूक रहे हैं, जो पलटकर उन्हीं के मुंह पर गिरेगा।”

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गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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