अन्तर्राष्ट्रीय
दुष्कर्म संबंधित बयान पर पेरू में बवाल
लीमा | पेरू की संसद के सदस्य जुआन कार्लोस एगुरेन ने कहा है कि दुष्कर्म के कारण गर्भवती होना लगभग असंभव है। देश की महिला एवं कमजोर वर्ग की मंत्री मार्सेला हुएता ने इस टिप्पणी पर खेद जताया है। हुएता ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां महिलाओं की उपेक्षा दर्शाती हैं, जो महिलाओं के लिए काफी पीड़ादायक हो सकती है।
हुएता ने शनिवार को समाचार एजेंसी ‘एंडिना’ को बताया कि दुष्कर्म के मामले में गर्भपात को वैध करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस पर गंभीर और विश्लेषणात्मक तरीके से चर्चा होनी चाहिए और महिलाओं की आवाज सुनी जानी चाहिए। समाचार पत्र ‘अल कॉमर्शियो’ में मंत्री के प्रकाशित बयान के मुताबिक, “मुझे विश्वास है कि जब इस तरह के पीड़ादायक विषय पर बात की जाती है तो इससे महिलाएं प्रभावित होती हैं।” एगुरेन ने पिछले बुधवार को रेडियो स्टेशन पर कहा था कि दुष्कर्म भयावह है, लेकिन यह गर्भवती होने का कारण नहीं है। दुष्कर्म से गर्भवती होना लगभग असंभव है, क्योंकि यह सदमे की स्थिति में होता है।
क्रिस्टिन पोपुलर पार्टी (पीपीसी) के सांसद ने कहा कि पारिवारिक स्थितियों में होने वाले दुष्कर्मो में गर्भवती होने का डर होता है, क्योंकि यह निरंतर, स्थाई और सिलसिलेवार तरीके से हिंसात्मक है, जिससे महिलाएं गर्भवती हो सकती हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कांग्रेसनल आयोग दुष्कर्म से गर्भवती हुई महिलाओं के गर्भपात को कानूनी ठहराने के विधेयक पर बहस कर रहा है।
अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’
नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”
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