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सुषमा बोलीं- मानवीय आधार पर की ललित मोदी की मदद, बचाव में उतरी पार्टी

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नई दिल्ली। मैच फिक्सिंग और वित्तीय अनियमितता का आरोप झेल रहे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने की बात को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्वीकार किया है। हालांकि उन्होंने यह साफ किया है कि मोदी को मदद मानवीय आधार पर की गई, जब वह अपनी कैंसर पीड़ित पत्नी से मिलना चाहते थे। स्वराज ने लगातार कई ट्वीट कर कहा कि ललित मोदी ने उनसे कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही है, इसलिए मैंने उनकी मदद की। उनकी पत्नी की पुर्तगाल में सर्जरी की गई थी। दूसरी ओर भाजपा भी पूरी तरह अपनी नेता के समर्थन में उतर आयी है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सुषमा स्वराज का बचाव किया है।

सुषमा की ओर से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है, जब एक ब्रिटिश अखबार ने एक रिपोर्ट में कहा है ब्रिटेन में भारतीय मूल के सबसे लंबे समय से सांसद कीथ वाज ने ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध करवाने के लिए ब्रिटेन के शीर्ष आव्रजन अधिकारी पर दबाव बनाने हेतु स्वराज के नाम का इस्तेमाल किया था।

स्वराज ने ट्वीट कर कहा, “मोदी ने मुझसे कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही है और चार अगस्त को पुर्तगाल में उनकी सर्जरी होनी है। उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए अस्पताल में मौजूद रहना पड़ेगा।” उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे बताया था कि उन्होंने लंदन में यात्रा दस्तावेजों के लिए आवेदन दिया था। ब्रिटेन सरकार उन्हें यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए तैयार थी। लेकिन संप्रग सरकार के एक संदेश के कारण वे इससे बच रहे हैं, क्योंकि उसमें कहा गया था कि इससे भारत-ब्रिटेन संबंधों में खटास आएगी।”

स्वराज ने कहा कि मानवीय पहलू को देखते हुए, मैंने ब्रिटिश उच्चायोग से कहा कि ब्रिटेन सरकार को ब्रिटेन के नियमों के आधार पर ललित मोदी के आग्रह की जांच करनी चाहिए। यदि ब्रिटेन सरकार मोदी को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराती है तो इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध नहीं बिगड़ेंगे।” उन्होंने कहा, “कीथ वाज ने मुझसे भी बात की और मैंने उन्हें साफतौर पर वह सब कुछ बताया जो ब्रिटिश उच्चायोग से मैंने कहा था।” स्वराज ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस तरह की स्थिति में किसी भारतीय नागरिक को आपात यात्रा दस्तावेज देने से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध खराब नहीं हो सकते और न ही होने चाहिए।

समाचार पत्र ‘संडे टाइम्स’ के मुताबिक, वाज ने ललित मोदी के मामले में तेजी लाने के लिए व्यक्तिगत रूप से यूके वीजा एवं आव्रजन की महानिदेशक सारा रैपसन को पत्र लिखा था।

इस बीच सुषमा के रुख का समर्थन करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने जो किया वह ‘सही’ था और ‘मैं उसे उचित ठहराता हूं’। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी को ब्रिटेन जाने के लिए यात्रा दस्तावेज पाने में सुषमा स्वराज द्वारा की गई ‘मदद मानवीय आधार’ पर थी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सुषमा स्वराज का बचाव किया और कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की और कोई नैतिक मुद्दा शामिल नहीं है। सुषमा ने जो कुछ किया वह मानवीय आधार पर किया।

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दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग, 7 बच्चों की मौत

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नई दिल्ली| दिल्ली के विवेक विहार में शनिवार रात एक बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. पांच बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें से छह बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की पहले ही मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से अस्पताल में आग लगी थी।

जानकारी के अनुसार दमकल विभाग को रात 11:32 पर आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके तुरंत बाद मौके पर दमकल विभाग की 9 गाड़ियां भेजी गई. पुलिस और दमकल विभाग ने 12 बच्चों को रेस्क्यू किया, जिनमें से 7 की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार 5 बच्चे अस्पताल में एडमिट है। ईस्ट दिल्ली एडवांस्ड केयर हॉस्पिटल में बच्चों को एडमिट किया गया है दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि विवेक विहार में आईआईटी, ब्लॉक बी के पास एक शिशु देखभाल केंद्र से आग लगने की सूचना मिलते ही कुल नौ दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का ज़िम्मेदार होगा, वो बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नवजात शिशुओं की मौत पर स्वास्थ्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जो भी व्यक्ति दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सहानुभूति के सारे शब्द कम हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस हादसे में, जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है, हम उनके साथ खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अस्पताल में सात बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि पांच नवजात शिशुओं का इलाज चल रहा है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।

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