अन्तर्राष्ट्रीय
प्रवास संकट से निपटने के लिए प्रयास बढ़ाएं : संयुक्त राष्ट्र
डबलिन| संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भूमध्यसागर के जरिये यूरोप के समुद्र तटों तक पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालने वाले प्रवासियों की जिंदगियां बचाने के लिए यूरोपीय संघ के नेताओं से और अधिक प्रयास करने का आग्रह किया है। बान ने मंगलवार को ब्रसेल्स के लिए रवाना होने से पहले डबलिन में ये बातें कही। बान ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के अध्यक्ष जीन-क्लॉडे जंकर, यूरोपी परिषद के प्रमुख डोनाल्ड टुस्क और यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिचन शुल्ज से मुलकात करेंगे।
आयरलैंड की राजधानी डबलिन में रविवार को पहुंचे बान ने मानवीय प्रवास का अंत करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया।
उन्होंने यूरोपीय संघ के नेताओं से आग्रह करते हुए कहा कि वे इस मुद्दे से व्यापक और सामूहिक तरीके से निपटें। उन्होंने भूमध्यसागार, अंडमान सागर और सीरिया में बचाव अभियानों को मजबूत बनाने का आह्वान किया।
बान ने कहा कि विकसित देशों का दायित्व है कि वे उन कारणों की पहचान करें, जिनकी वजह से लोग सामूहिक प्रवास के जरिए अपनी जिंदगियां जोखिम में डाल रहे हैं। उन्होंने प्रवासियों के मूल देशों से इसका समाधान करने को कहा।
आयरलैंड के प्रधानमंत्री एंडा केनी के साथ बैठक के बाद बान ने यूरोपीय संघ के नेताओं को त्वरित योजना बनाने के लिए कहा।
अन्तर्राष्ट्रीय
गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत
नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।
यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।
स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।
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