Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

आईपीएल-8 : मुंबई ने चेन्नई को 41 रनों से हरा जीता खिताब

Published

on

कोलकाता,चेन्नई सुपर किंग्स ,मुंबई इंडियंस,कप्तान रोहित शर्मा,आईपीएल-8,लेंडल सिमंस,इडेन गार्डन्स स्टेडियम,

Loading

कोलकाता | शुरुआती छह में से मात्र एक जीत हासिल कर आईपीएल-8 का बेहद खराब शुरुआत करने वाली और एक समय टूर्नामेंट से बाहर जाती लग रही मुंबई इंडियंस टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए रविवार को इडेन गार्डन्स स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में दो बार की चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स को 41 रनों से हराकर खिताब पर कब्जा जमा लिया। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा (50) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और लेंडल सिमंस (68) के साथ 119 रनों की तूफानी साझेदारी निभाई, जिसकी बदौलत मुंबई ने 202 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और उसके बाद मुंबई के गेंदबाजों ने शानदार दबाव बनाते हुए सुपर किंग्स को निर्धारित ओवरों में 161 रनों पर सीमित कर दिया।

बड़े लक्ष्य को देखते हुए सुपर किंग्स की शुरुआत अच्छी नहीं कही जा सकती। उनके शुरुआती विकेट तो जल्दी नहीं गिरे लेकिन सलामी बल्लेबाजों पर बड़े स्कोर का दवाब स्पष्ट दिख रहा था। ड्वायन स्मिथ (57) को शॉट लेने में संघर्ष करते दिख रहे थे। जिसका दबाव दूसरे छोर पर खड़े माइकल हसी (4) पर भी देखा गया और हसी के तेज लेकिन नीची रही शॉट पर कवर पॉइंट पर खड़े जगदीश सुचित ने कमाल का कैच लिया। इसके बाद आए सुरेश रैना (28) ने स्मिथ के साथ रन गति को थोड़ा जरूर बढ़ाया, लेकिन कभी भी वे आक्रामक नजर नहीं आए। इस बीच स्मिथ ने 45 गेंदों में आठ चौके और एक छक्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि अगले हरभजन सिंह के अगले ओवर में वह अपनी बाउंड्री में सिर्फ एक इजाफा कर सके और 12वें ओवर की पांचवीं गेंद पर पगबाधा हो पवेलियन लौटे।

इसके बाद सुपर किंग्स के विकेटों के गिरने का जैसे सिलसिला शुरू हो गया। हरभजन ने अपने अगले ओवर में रैना को हर्षल पटेल के हाथों कैच आउट करवा दिया। ड्वायन ब्रावो (9), महेंद्र सिंह धौनी (18), फाफ दू प्लेसिस (1) और पवन नेगी (3) से टीम को उम्मीद थी, लेकिन बड़े लक्ष्य का दबाव वे नहीं सह सके और सस्ते में अपने विकेट गंवाते चले गए। इस बीच सुपर किंग्स का आस्किंग रेट भी पहाड़ सरीखा हो चला। सुपर किंग्स को आखिरी पांच ओवरों में 91 रन चाहिए थे, जबकि आखिरी दो ओवरों में यह लक्ष्य 66 रन था।

असंभव से लक्ष्य के बावजूद मोहित शर्मा (नाबाद 21) ने बल्लेबाजी का लुत्फ उठाते हुए एक चौका और दो शानदार छक्के लगाए। अंतत: रिकॉर्ड छठा फाइनल खेल रही दो बार की चैम्पियन सुपर किंग्स निर्धारित ओवरों में आठ विकेट खोकर 161 रन ही बना सकी। मुंबई के लिए मिशेल मैक्लेनगन ने सर्वाधिक तीन, जबकि मलिंगा और हरभजन ने दो-दो विकेट हासिल किए। इससे पहले, मुंबई इंडियंस ने रोहित और सिमंस के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई तूफानी 119 रनों की साझेदारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में मुंबई ने पांच विकेट गंवाकर 202 रन बनाए।

सुपर किंग्स को तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने पहले ही ओवर में पार्थिव पटेल को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखा आक्रामक शुरुआत दिलाई। पटले को फाफ दू प्लेसिस रन आउट होकर पवेलियन लौटे। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित ने लेकिन सिमंस के साथ शतकीय साझेदारी कर सुपर किंग्स पर करारा पलटवार किया और टीम को दमदार स्थिति में पहुंचा दिया। रोहित, सिमंस के क्रीज पर रहते मुंबई 12 ओवरों में 120 रन बना चुका था। सुपर किंग्स ने भी यू-टर्न लेते हुए लगातार दो गेंदों पर रोहित और सिमंस को पवेलियन की राह दिखा दी और विशालकाय स्कोर की ओर बढ़ रहे मुंबई पर थोड़ी लगाम जरूर लगा दी।

रोहित 25 गेंदों पर छह चौके और दो छक्कों की मदद से अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद अगली ही गेंद पर रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने सभी को चौंकाते हुए 13वें ओवर में आक्रमण पर ड्वायन स्मिथ को बुलाया। हालांकि स्मिथ ने कप्तान के फैसले को बिल्कुल सही ठहराते हुए पहली ही गेंद पर सिमंस का विकेट चटका दिया। सिमंस 45 गेंदों पर आठ चौके और तीन छक्के लगाकर क्लीन बोल्ड हो पवेलियन लौटे। लगातार दो विकेट गिरने के बावजूद रोहित और सिमंस ने आगामी बल्लेबाजों के लिए मजबूत आधार तैयार कर दिया था। अंबाती रायडू (नाबाद 36) और कीरन पोलार्ड (36) ने इस मजबूत आधार का भरपूर लाभ उठाते हुए चौथे विकेट के लिए 71 रनों की तेज साझेदार निभाई।

स्मिथ के पास 18वें ओवर की पांचवीं गेंद पर इस साझेदारी को तोड़ने की सुनहरा मौका था लेकिन वह रायडू का एक आसान कैच छोड़ बैठे। पोलार्ड के 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट होने के साथ यह साझेदारी टूटी। मोहित की गेंद पर सुरेश रैना को कैच थमाने से पहले पोलार्ड ने 18 गेंदों का सामना कर दो चौके और तीन छक्के लगाए। हमेशा की तरह आखिरी ओवर लेकर आए ड्वायन ब्रावो ने हार्दिक पांड्या को खाता खोलने का भी मौका नहीं दिया। पांड्या का कैच भी रैना ने ही लिया। ब्रावो ने सुपर किंग्स के लिए सर्वाधिक दो विकेट लिए और कुल 26 विकेट के साथ वह आईपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending