Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बालासोर ट्रेन हादसा: अब तक 238 की मौत, स्थानीय लोगों ने देवदूत बनकर की मदद  

Published

on

Balasore train accident

Loading

नई दिल्ली/बालासोर। ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841-अप), बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी आपस में भिड़ गई। मिली जानकारी के मुताबिक, ओडिशा में तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो गई हैं।

इस हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 650 लोगों के घायल होने की जानकारी है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शनिवार की सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे।

रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है। फिलहाल, हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है। राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं।

बेंगलुरु से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस के साथ कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर हुई। खड़गपुर डीआरएम ने इसकी पुष्टि की है। पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी हुई थी, जिससे बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस की टक्कर हुई। इस दुर्घटना में दोनों ट्रेन के 12 कोच बेपटरी हो गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित लगभग सभी नेताओं ने इस हादसे पर दुख जताया है। pm मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बालासोर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। इससे पहले, उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था।

स्थानीय लोग बने देवदूत

घटनाक्रम के अनुसार ओडिशा के बालासोर में दो ट्रेनों के पटरी से उतरने के बाद मालगाड़ी से टकराने से यह भीषण हादसा हुआ। पहले हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे।

पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। इसके बाद ये डिब्बे मालगाड़ी से टकरा गए। हादसे के बाद लोग मदद के लिए चीख-पुकार मचा रहे थे। ऐसे में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने ट्रेन में फंसे लोगों को बाहर निकालने में मदद की।

स्थानीय लोगों की मदद से कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। साथ ही ट्रेन में सवार कई यात्रियों ने भी अपने आसपास के यात्रियों को बचाने में मदद की। हादसे में लोगों ने मानवता की मिसाल कायम की।

300-400 लोगों को सुरक्षित निकाला

ट्रेन हादसे के बारे में स्थानीय नागरिक गणेश ने कहा कि जिस समय हादसा हुआ हम यहां से 200 मीटर दूर मार्केट में थे। जोर की आवाज सुनने के बाद हम लोग घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि दुर्घटना की सुनकर हम लोग यहां पहुंचे। यहां ट्रेन की बोगी में कई लोग फंसे हुए। लोगों में चीख पुकार मची हुई थी। उन्होंने कहा कि बोगो में फंसे लोगों को अंदर से निकाला। गणेश ने कहा कि हमने ट्रेन में फंसे करीब 300 से 400 लोगों को बाहर निकाला।

सीट के नीचे था 2 साल का बच्चा

हादसे को लेकर एक यात्री ने बताया कि हम S5 बोगी में थे और जिस समय हादसा हुआ उस उस समय मैं सोया हुआ था। यात्री ने कहा, हमने देखा कि किसी का सर, हाथ, पैर नहीं था… हमारी सीट के निचे एक 2 साल का बच्चा था जो पूरी तरह से सुरक्षित है। बाद में हमने उसके परिवारिजन को बचाया। यात्री ने कहा कि स्थिति बहुत भयानक थी। उस समय सभी यात्री एक दूसरे की मदद कर रहे थे। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी थे जो मदद की गुहार लगा रहे थे।

​हमारे खून से किसी की जिंदगी बच जाए तो…

ट्रेन हादसे के बाद बड़ी संख्या में लोग रक्तदान करने पहुंचे। रक्तदान कैंप के बाहर खड़े एक शख्स ने बताया कि हादसे की खबर सुनकर हम ब्लड देने के लिए भद्रक से आए हैं। मेरे साथ हमारे संगठन के 20-25 लोग आए हैं। अपनी अपनी इच्छा से नि:स्वार्थ भाव से रक्तदान के लिए आए हैं।

हमारे खून से किसी की जिंदगी बच जाए, इससे खुशी की बात दुनिया में कोई नही है। इसलिए जैसे ही हमें इस हादसे की खबर मिली हम रक्तदान के लिए पहुंच गए। इसी तरह एसके कुर्बान बताते हैं कि उन्होंने हादसे में कई लोगों के मारे जाने की खबर सुनी। घायलों को खून की जरूरत है। किसी का भला हो जाए बस इसलिए मैं अपनी मर्जी से यहां रक्तदान करने आया हूं।

नेशनल

दिल्ली पहुंची बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में होंगी शामिल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गई हैं। मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश की पीएम के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल श्रीलंका, मालदीव और भूटान के राष्ट्राध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है।

बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के दिल्ली पहुंचने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहले प्रतिष्ठित अतिथि ने नई दिल्ली में कदम रखा। बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना का नई दिल्ली पहुंचने पर सचिव (सीपीवी और ओआईए) ने गर्मजोशी से स्वागत किया। हमारे सबसे मूल्यवान साझेदारों में से एक की यह यात्रा दोस्ती के करीबी और गहरे संबंधों को और मजबूत करेगी।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ही अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना को रविवार को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। पीएम मोदी के निमंत्रण को शेख हसीना ने तुरंत स्वीकार कर लिया।

Continue Reading

Trending