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अन्तर्राष्ट्रीय

इमरान को जेल में हत्या किए जाने का डर, कहा- दे सकते हैं जहर का इंजेक्‍शन

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Relief to Imran Khan in Al-Qadir Trust case too, Islamabad HC grants bail

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इस्‍लामाबाद। पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्‍लामाबाद हाई कोर्ट पेश किए जाने के दौरान सनसनीखेज दावा किया है। इमरान खान ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद 24 घंटे तक उन्‍हें वॉशरूम नहीं जाने दिया गया। पीटीआई नेता ने आशंका जताई कि उन्‍हें धीरे-धीरे मारने वाले जहर का इंजेक्‍शन दिया जा सकता है।

इस बीच इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्‍तान में भयानक हिंसा का दौर जारी है जिससे कई प्रांतों में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इसको देखते हुए पंजाब प्रांत में पाकिस्‍तानी सेना को कानूनी व्‍यवस्‍था को सुधारने के लिए बुलाया गया है।

इमरान ने यह भी कहा कि उन्‍हें डर है कि जेल में मारा जा सकता है। वो मुझे मकसूद चपरासी की तरह से मार सकते हैं। इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने भ्रष्टाचार मामले में अपने प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को देशव्यापी बंद का आह्वान किया है, जिससे मुल्क में दूसरे दिन भी बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका जताई जा रही है।

इमरान को मंगलवार को देश के अर्धसैनिक बलों ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। पूर्व क्रिकेटर इमरान खान (70) की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया।

इमरान समर्थकों के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने बाद में कहा था कि पीटीआई प्रमुख की गिरफ्तारी वैध है, लेकिन उन्हें जिस तरह से पकड़ा गया, वह अवैध है। अदालत ने इस बाबत इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख और गृह सचिव के खिलाफ सुनवाई करने का फैसला भी लिया। पीटीआई नेतृत्व ने पार्टी अध्यक्ष की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की और बुधवार को देशव्यापी बंद का आह्वान किया।

‘द डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, उन्होंने (पीटीआई नेताओं ने) देशवासियों से पाकिस्तान में ‘बढ़ते फासीवाद’ के खिलाफ बड़े पैमाने पर सड़कों पर उतरने का आह्वान किया और अपने समर्थकों से कहा कि ‘करो या मरो’ की स्थिति आ चुकी है। इमरान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए।

पाकिस्‍तान के पूर्व गृहमंत्री शेख रशीद को सता रहा डर

पीटीआई प्रमुख के लाठी-डंडे लिए समर्थकों ने पाकिस्तानी सेना के जनरल मुख्यालय सहित अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। उन्होंने पंजाब, बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के विभिन्न हिस्सों में धारा-144 के तहत लागू निषेधाज्ञा का भी उल्लंघन किया। लाहौर, पेशावर, क्वेटा, कराची और रावलपिंडी में इमरान समर्थकों ने बड़े पैमाने पर हिंसा और तोड़फोड़ की।

‘जियो न्यूज’ की खबर में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को हुई हिंसक झड़पों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में वाहनों और इमारतों को नुकसान पहुंचाया गया। एनएबी सूत्रों के मुताबिक, इमरान को बुधवार को जवाबदेही अदालत के सामने पेश किया जा सकता है।

पाकिस्‍तान में परीक्षा रद, स्‍कूल बंद

पुलिस ने घोषणा की कि अदालत में इमरान की पेशी के दौरान उच्च स्तरीय सुरक्षा होगी और न्यायालय परिसर में केवल प्रासंगिक लोगों और वकीलों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इमरान को तोशाखाना मामले में बुधवार को एक अन्य अदालत में भी पेश किए जाने की संभावना है।

अदालत ने इस मामले में उनके खिलाफ अभियोग की तारीख पहले ही तय कर दी थी। यह मामला पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा सरकारी उपहारों की बिक्री से अर्जित आय को छिपाने के आरोपों पर आधारित है। इस बीच, इमरान के समर्थक उनकी जल्द रिहाई का दबाव बनाने के लिए लोगों को सोशल मीडिया पर संदेश भेज कर इस्लामाबाद में सड़कों पर उतरने की अपील कर रहे हैं।

इससे पहले, पीटीआई नेतृत्व ने देर रात हुई बैठक में इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ देशव्यापी विरोध जारी रखने का फैसला किया। हालांकि, पार्टी ने हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं से दूरी बनाते हुए कहा कि पीटीआई पर प्रतिबंध लगवाने की मंशा रखने वाले लोग प्रदर्शनकारियों की भीड़ में शामिल हो गए थे और उन्होंने ही हिंसा की।

पंजाब प्रांत में पंजाब उच्च शिक्षा विभाग (एचईडी) ने सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को बंद करने के साथ-साथ बुधवार को होने वाली एक परीक्षा को स्थगित करने की घोषणा की है। एचईडी सचिव जावेद अख्तर महमूद ने पुष्टि की कि सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद रहेंगे। पंजाब में सभी सरकारी और निजी स्कूल भी बुधवार को बंद रहेंगे।

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हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत, विदेश मंत्री की भी गई जान

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नई दिल्ली। एक हेलीकॉप्टर हादसे में में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मौत हो गई है।
अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं। आपको बता दें कि रविवार को ईरान के राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर से अधिकारियों का संपर्क टूट गया था, इसके बाद से ही राष्ट्रपति रईसी लापता थे।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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