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वाराणसी में शुरू हुई जी-20 की 100वीं बैठक

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वाराणसी। जी-20 समिट की सौंवी व काशी में पहली बैठक की शुरूआत नदेसर स्थित होटल ताज में सोमवार को हुई। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने इसका शुभारंभ किया। वाराणसी में छह बैठकें प्रस्तावित हैं। बैठक में दुनिया के 20 सशक्त देशों के प्रतिनिधि पोषण युक्त खाद्य पदार्थ, खाद्य सुरक्षा और जलवायु के अनुकूल खेती पर चर्चा करेंगे। साथ ही स्वस्थ विश्व का संदेश भी देंगे। वहीं वाराणसी में जी-20 की बैठक को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने व्यापक रूप से तैयारियों को अंजाम दिया है। पूरे शहर और गंगा घाटों को खूबसूरत ढंग से सजाया गया है। इसके अलावा विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधि मंडल की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।

उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों से जी-20 सम्मेलन इस वर्ष भारत में हो रहा है। सम्मेलन से पहले होने वाली बैठकों में एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की महत्वपूर्ण बैठक आज वाराणसी में शुरू हुई है। प्रधानमंत्री के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को मिलेटस ईयर घोषित किया है। मोटे अनाजों (मिलेट्स) पर इस तीन दिवसीय बैठक में जोर दिया जाएगा। कहा कि मोटे अनाज को मुख्यधारा का हिस्सा बनाने के लिए मिलेट्स जी-20 की बैठकों का अभिन्न अंग बना है। प्रतिनिधिमंडलों को न केवल मिलेट्स के स्वाद से परिचित कराया जा रहा है, बल्कि किसानों से उनकी भेंट भी कराई जा रही और वे स्टार्टअप्स के साथ संवाद भी करेंगे।

मिलेट्स का वैश्विक बाजार 470 मिलियन डॉलर का था। अनुमान है कि 2026 तक इसकी सकल सालाना विकास दर में 4.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। आशा की जानी चाहिए कि अब भारत के साथ ही दुनिया में भी मोटे अनाज की खपत बढ़ेगी। इससे न केवल भारत बल्कि दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी नए रोजगारों का सृजन होगा, किसानों की आय बढ़ेगी और खाद्य-पोषण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

18 अप्रैल मंगलवार को, प्रतिनिधि डिजिटल कृषि और सतत कृषि मूल्य श्रृंखला, कृषि अनुसंधान एवं विकास में सार्वजनिक निजी भागीदारी पर विचार-विमर्श करेंगे और एमएसीएस विज्ञप्ति द्वारा जी20 देशों के कम्यूनिक में इस पर चर्चा करेंगे।

जी-20 सदस्य देशों यानी ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, यूएसए के लगभग 80 प्रतिनिधि और यूरोपीय संघ के अलावा आमंत्रित अतिथि देशों में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन यूएई, वियतनाम तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठन जैसे संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन, एफएसबी, ओईसीडी, अध्यक्ष क्षेत्रीय संगठनों के एयू, ऑडा-एनईपीएडी, आसियान और भारत द्वारा विशेष आमंत्रित सदस्य यानी अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, सीडीआर और एशियाई विकास बैंक इस तीन दिवसीय बैठक में भाग लेंगे।

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‘जल्द करनी पड़ेगी शादी’, राहुल गांधी ने मंच से किया एलान

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रायबरेली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के लिए आज रायबरेली पहुंचे। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी से जनता में से किसी ने शादी को लेकर सवाल पूछा जिस पर राहुल गांधी ने कहा कि मेरी बहन प्रियंका गांधी मेरी मदद के लिए यहां अपना खून पसीना आपको दे रही है। जिस पर प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी से शादी के सवाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पहले इस सवाल का जवाब दो। जिसके जवाब में मुस्कुराते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अब जल्द ही करनी पड़ेगी।

इस दौरान राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित बताया कि किस वजह से वो रायबरेली से चुनाव लड़ने आएं हैं। उन्होंने कहा, ‘कुछ दिन पहले मैं मां (सोनिया गांधी) के साथ बैठा था। मैंने मां से कहा कि एक-दो साल पहले मैंने एक वीडियो में कह दिया कि मेरी दो माता थी एक सोनिया गांधी और दूसरी इंदिरा गांधी। मेरी दोनों माताओं की ये कर्म भूमि है इसलिए मैं यहां रायबरेली से चुनाव लड़ने आया हूं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस की सरकार आते ही कर्जा माफ करना पहला काम होगा। दूसरा काम किसानो के लिए कानूनी सपोर्ट प्राइस लेके आयंगे। राहुल गांधी ने तीसरा काम गिनाते हुए कहा कि किसानो को 30 दिन के अंदर बीमा का पैसा देना तीसरा काम होगा।

राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी के नेताओं ने साफ कहा की अगर चुनाव जीते तो संविधान को बदल देंगे। संविधान के बिना अडानी और अंबानी की सरकार होगी। आरक्षण और आपको जो भी चीजे मिलती है वो सब खत्म हो जाएंगी। राहुल गांधी ने आगे कहा कि संविधान खत्म होने से आपका रास्ता खत्म हो जाएगा. ये लड़ाई संविधान को बचाने की है।

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