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अन्तर्राष्ट्रीय

तोशाखाना मामले हो सकते हैं इमरान खान, इस्लामाबाद कोर्ट ने जारी कर दिया NBW

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Imran Khan

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लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान किसी भी समय गिरफ्तार हो सकते हैं। तोशाखाना मामले में पूर्व पीएम को गिरफ्तार करने के लिए इस्लामाबाद पुलिस लाहौर के जमान पार्क स्थित उनके आवास पर पहुंच गई है।

दरअसल, इमरान को कुछ दिन पहले ही इस्लामाबाद कोर्ट ने सरकारी खजाने (तोशाखाना) के करोड़ों रुपए के उपहार सस्ते में बेचने का आरोपी मान लिया है, जिसके बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।

तोशाखाना मामले में हो रही कार्रवाई

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुखिया इमरान खान को पुलिस तोशाखाना मामले में गिरफ्तार करने गिरफ्तारी वारंट के साथ लाहौर पहुंच गई है। खान के खिलाफ एक जिला अदालत द्वारा गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।

फवाद चौधरी बोले- गिरफ्तारी से पाक में स्थिति खराब होगी

पाक मीडिया के अनुसार कि सभी कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद खान को गिरफ्तार किया जाएगा। इस बीच, PTI नेता फवाद चौधरी ने कहा कि खान को गिरफ्तार करने का कोई भी प्रयास पाक में स्थिति को गंभीर रूप से खराब कर देगा।

फवाद ने कहा, ”पाकिस्तान विरोधी इस सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं कि पाकिस्तान को और संकट में न डालें और समझदारी से काम लें।” उन्होंने इसी के साथ कार्यकर्ताओं को जमान पार्क में इकट्ठा होने को कहा। जिसके बाद कई कार्यकर्ता पुलिस को रोकने इमरान के घर के बाहर जुट गए।

अदालत में पेश न होने पर वारंट जारी

दरअसल, इमरान खान को 28 फरवरी को कई मामलों में 4 अलग-अलग अदालतों में पेश होना था, वे 3 जगह तो पहुंच गए लेकिन तोशाखाना मामले की सुनवाई में नहीं पहुंचे।

इस पर अदालत ने कहा कि इमरान बार-बार अदालत में पेश होने में विफल रहे और आरोपी मामलों को पिक एंड चॉइस बना रहा है और इस केस को प्राथमिकता नहीं मानता। जज ने इसके चलते सुनवाई 7 मार्च के लिए सुनवाई टाल दी और इमरान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी (NBW) कर दिया।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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