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हेल्थ

‏स्वास्थ्य के फायदों के लिए करें इस जूस का सेवन, शरीर को मिलेगा ज्यादा पोषण

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अक्सर आपने सुना होगा कि हरी सब्जियां सेहत के लिए फायदेमंद होती है. निश्चित रूप से हरी सब्जियों में विटामिंस और पोषक तत्वों का समावेश होता है.हरी सब्जियों का सेवन शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान निभाता है.यदि आप अपने आहार में नियमित रूप से हरी सब्जियों का सेवन करते है तो कई तरह की गंभीर बीमारियों से खुद का बचाव कर सकते है. न्यूट्रीशनिस्ट की माने तो सब्जियां खाने के मुकाबले उनका जूस पीने से शरीर को ज्यादा पोषण मिलता है.

हरी सब्जियों में बात करें लौकी की तो लौकी उन सब्जियों में से एक है जिसका जूस पीना लोग पसंद करते हैं.आयरन, मैग्नीशियम,विटामिन बी,विटामिन सी, विटामिन के,विटामिन ई,विटामिन ए और फोलेट के साथ पोटेशियम जैसे सभी जरूरी पोषक तत्व लौकी में पाए जाते हैं.लौकी के ये सभी तत्व शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं.

विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने, डायबिटीज और किडनी की बीमारियों के खतरे को कम करने में लौकी बेहद फायदेमंद है.बताया जाता है कि लौकी का जूस पीने से फैटी लिवर की समस्या भी कम होती है.

लौकी का सेवन गर्मियों में ज्यादा किया जाता है क्योंकि यह शरीर को ठंडा रखती है. इसके औषधीय गुणों की वजह से यह पेट की समस्यायों से भी निजात दिलाता है.इतना ही नहीं ब्यूटी के लिए भी ये बेहद फायदेमंद होता है.हालांकि, किसी भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल हानिकारक हो सकता है.आइए आपको बताते है लौकी के जूस के क्या क्या फायदे और नुकसान है.

Bottle Gourd and Juice Benefits for health

लौकी के जूस के फायदे

  • वजन करता है कम

लौकी के जूस से वजन कम किया जा सकता है.लौकी में फाइबर की अधिक मात्रा के साथ वसा न के बराबर होता है. जूस को नियमित पीने से भूख कंट्रोल में रहती है और वजन को आसानी से कम कर सकते है.

  • डाइजेशन में करता है मदद

फाइबर होने के कारण जूस भोजन को पचाने में सहायक होता है.लौकी में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और पानी की मात्रा ज्यादा होती है जो कि आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है.लौकी का जूस शरीर को ठंडा रखता है और इसमें उपस्थित अल्कलाइन कंटेंट एसिडिटी की परेशानी कम करता है.

  • हेल्थी दिल को करता है प्रमोट

लौकी का जूस नियमित पीने से ब्‍लड प्रेशर रेगुलेट होता है जिससे दिल से जुड़ी समस्‍याओं के खतरे को कम किया जा सकता है. इसमें एंटीहाइपरलिपिडेमिया, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है.

  • लीवर को रखता है स्वास्थ

अक्सर देखा जाता है कि ज्‍यादा तला-भुना या अनहेल्‍दी खाना खाने से लीवर में सूजन आदि की समस्या हो जाती है.शरीर में लीवर एक महत्वपूर्ण अंग होता है.लोगों को कब्ज आदि की समस्या रहती है जिस से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता.आपको बता दें कि लौकी के जूस का सेवन करने से लीवर को स्वस्थ रखा जा सकता है और कब्ज को दूर किया जा सकता है.

  • स्किन को बनाता है खूबसूरत

लौकी के जूस में क्लिंजिंग प्रॉपर्टीज पाई जाती है. यह टॉनिक हमारी स्किन और इंटरनल सिस्टम को डिटॉक्सीफाई करता है जो गंदगी, टॉक्सिक एलिमेंट और धूल को दूर रखता है. जिससे ये त्वचा को खूबसूरत बनाता है.

 

लौकी का जूस पीना हो सकता है हानिकारक

कई बार किसान लौकी को आर्टिफिशियली डेवलप करने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल करते है.ऐसे में लौकी का सेवन करना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है.लौकी या इसके जूस का अधिक सेवन करने से लोगों का पाचन तंत्र बिगड़ सकता है, इससे दस्त और उल्टी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.

डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को सीमित मात्रा में ही लौकी के जूस का सेवन करना चाहिए. अगर मरीज इस जूस को जरूरत से ज्यादा पीयेंगे तो इससे शुगर और बीपी का स्तर असामान्य रूप से घट सकता है.जिसके कारण चक्कर आने, बेहोशी, आंखों के सामने अंधेरा छा जाने जैसी परेशानी हो सकती है.लौकी का जूस कड़वा होता है, इसे पीने से कई लोगों को एलर्जी भी हो सकती है. इस वजह से उनके चेहरे या हाथ-पैर में सूजन, फेस पर दाने निकल सकते हैं.इसके अलावा, रैशेज और खुजली जैसी परेशानी भी हो सकती है.

जूस पीते समय बरतें सावधानी

  • कड़वा लौकी का जूस न पिएं.
  • दिन में 1 गिलास से ज्यादा न पिएं.
  • जूस पीने के बाद उल्टी, चक्कर या फिर कोई शिकायत हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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लाइफ स्टाइल

दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है जंक फूड, इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज  

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Junk food invites heart related diseases, avoid these foods

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नई दिल्ली। अनियमित लाइफ स्टाइल व तला भुना जंक फूड दिल से जुड़ी बीमारियों की मुख्य वजह बन गया है। स्टडीज़ के अनुसार, अगर आप अपने दिल की सेहत में सुधार करना चाहते हैं, तो इन 4 तरह के खाने से दूरी बना लें।

तला हुआ खाना

कई शोध से पता चला है कि सैचुरेटेड फैट्स शरीर में बैड कोलेस्ट्ऱॉल की मात्रा को बढ़ाने का काम करते हैं। रेड मीट, फ्रेंच फ्राइज़, सैंडविच, बर्गर आदि जैसे फूड्स LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे स्ट्रोक और दिल के दौरे का ख़तरा बढ़ जाता है।

चीनी युक्त सोडा या फिर केक

चीनी को मीठा ज़हर ही कहा जाता है। केक, मफिन, कुकीज़ और मीठी ड्रिंक्स शरीर में सूजन का कारण बनते हैं। चीनी का ज़्यादा सेवन शरीर में फैट्स बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज़, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।

लाल मांस

रेड मीट सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है, जिसकी वजह से धमनियों में प्लाक जम सकता है। जिनको मटन खाने का शौक है, उन्हें वह हिस्सा खाना चाहिए जिसमें ज़्यादा प्रोटीन और कम फैट हो। अगर आप चिकन खा रहे हैं तो ब्रेस्ट, विंग्ज़ वाला हिस्सा में ज़्यादा प्रोटीन होता है और कम फैट। वहीं, मछली सबसे हेल्दी और अच्छा ऑप्शन है।

सफेद चावल, ब्रेड या फिर पास्ता

सफेद ब्रेड, मैदे, चीनी और प्रोसेस्ड तेल को मिलाकर तैयार किए जाने वाले फूड्स में किसी भी तरह का फायदा नहीं होता। ऐसा ही सफेद पास्ता के साथ भी है। सफेद चावल में फाइबर की मात्रा कम होती है, इसलिए दिल की सेहत के लिए इसका ज़्यादा सेवन नहीं किया जाना चाहिए।

 

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