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अन्तर्राष्ट्रीय

लोकतंत्र से बंधे हुए हैं भारत, ऑस्ट्रेलिया : मोदी

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केनबरा| भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया लोकतंत्र के आदर्शो से बंधे हुए हैं, जिसकी मदद से मनुष्य को आत्मिक रूप से फलने फूलने का अवसर मिलता है। मोदी ने यहां ऑस्ट्रेलियाई संसद में अपने संबोधन में कहा, “हम लोकतंत्र के आदर्शो से बंधे हुए हैं। मैं सभी राष्ट्रों के लिए हमारे राष्ट्रों की तरह धन्य होने की कामना करता हूं, क्योंकि हमारे यहां चुनने स्वतंत्रता है, बोलने और हटाने का अधिकार है।”

मोदी ने कहा कि केनबरा में उनके द्वारा किया गया महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण दोनों देशों के बीच साझा आदर्शो का प्रतीक था।

उन्होंने कहा, “एक समय था, जब हम में से ज्यादातर लोग ऑस्ट्रेलिया को दुनिया के दक्षिणी छोर पर स्थित दूर देश के रूप में देखते थे, लेकिन आज ऑस्ट्रेलिया दुनिया की नजरों में एशिया पैसेफिक और हिंद महासागरीय क्षेत्र का मुख्य केंद्र है।”

मोदी ने कहा कि भारत के लिए विकास और समृद्धि के नजरिए से ऑस्ट्रेलिया एक महत्वपूर्ण साझेदार है।

मोदी ने कहा, “दुनिया में कुछ ही देश ऐसे हैं, जहां हमें अपने साथ ऑस्ट्रेलिया के जैसा ताल-मेल दिखाई देता है।”

उन्होंने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया को अपने राष्ट्र की हर क्षेत्र की प्राथमिकता में महत्वपूर्ण साझेदार के रूप में देखते हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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