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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में भीड़ ने जलाए 20 हिन्दू घर, सोशल मीडिया पोस्ट से भड़की हिंसा

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बांग्लादेश में रविवार को ताजा सांप्रदायिक हिंसा की सूचना मिली जब रंगपुर शहर में भीड़ द्वारा हिंदुओं के 20 से अधिक घरों को जला दिया गया। एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना उस अफवाह के बाद हुई जब एक हिंदू युवक ने कथित तौर पर फेसबुक पर एक स्टेटस पोस्ट किया – जिससे मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची।

सोशल मीडिया स्टोरी से भड़की थी हिंसा

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमरुज्जमां ने मीडिया को बताया कि ‘एक हिंदू युवक द्वारा कथित रूप से फेसबुक पर आपत्तिजनक स्थिति पोस्ट करने के बाद वहां तनाव पैदा हो गया। पोस्ट के वायरल होने के बाद पुलिस ने उसके घर को सुरक्षित कर लिया। हालांकि, हमलावरों ने पड़ोसियों पर अपना गुस्सा निकाला और 20 घरों को जला दिया।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले के दौरान कोई घायल नहीं हुआ और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया।

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घटना उपजिला में रविवार रात की है। बुधवार को एक मंडप में समारोह के दौरान एक घटना के फुटेज के सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बुधवार को पुलिस ने हमला करने वाले लगभग 500 लोगों की भीड़ पर गोलियां चलाईं ,जिसमे कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। जिला पुलिस प्रमुख शाहिदुल ने कहा, ‘चरम दक्षिणपंथियों ने शनिवार को ढाका के डाउनटाउन इलाके में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर के खिलाफ जुलूस निकाला। कमिला ने कहा कि यह देश के मुस्लिम बहुमत का अपमान है।हमलावरों ने मंदिर समिति के एक कार्यकारी सदस्य की पीट-पीट कर हत्या कर दी। शनिवार की सुबह एक तालाब के पास एक और हिंदू व्यक्ति का शव मिला ।’

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कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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