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प्रादेशिक

जिन शहरी गरीबों के पास आवास नहीं थे, हमारी सरकार उन्हें घर मुहैया करवा रही: योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अन्तर्गत अवध बिहार योजना, शहीद पथ, लखनऊ में 131 करोड़ रुपये की लागत की परियोजना ‘लाइट हाउस प्रोजेक्ट’ (एलएचपी) के शिलान्यास के मौके पर बोलते हुए कहा कि मोदी जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में प्रदेश के सभी बेघर परिवारों को आवास उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 17.58 लाख से अधिक शहरी गरीब परिवारों को आवास दिए जाएंगे। 6.15 लाख आवास बनाकर शहरी गरीबों को उपलब्ध कराए जा चुके हैं। समयबद्ध तरीके से आवासों का निर्माण कराया जा रहा है।

सीएम योगी ने कहा कि आवासों के निर्माण में पूर्ण गुणवत्ता को बनाए रखने का प्रयास किया गया है। जिन शहरी गरीबों के पास आवास नहीं था या आवास जर्जर अवस्था में थे, ऐसे सभी परिवारों को आवास की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।

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गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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