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कोरोना संक्रमित होने के 21 दिन बाद ओडिशा के राज्यपाल की पत्नी का निधन

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नई दिल्‍ली। ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल की पत्नी सुशीला देवी का कोरोना से निधन हो गया है। 21 दिन पहले उन्हें कोरोना संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका इलाज चल रहा था। रविवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली।

राज्यपाल के कार्यालय ने ट्वीट में कहा, “गहरे दुख और भारी मन से हम सूचित कर रहे हैं कि राज्य की प्रथम महिला श्रीमती सुशीला देवी का कल रात निधन हो गया। आइए हम दिवंगत पवित्र आत्मा के लिए प्रार्थना करें। ओम शांति!”

इस महीने की शुरुआत में राज्यपाल लाल, उनकी पत्नी और परिवार के चार अन्य लोगों का कोविड-19 रिपोर्ट पॉजीटिव आया था।मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा बुसान हरिचंदन, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक और कई अन्य नेताओं ने सुशीला देवी के निधन पर दुख व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने उन्हें बहुत दयालु इंसान बताया। उन्होंने राज्यपाल गणेशी लाल और शोक संतप्त परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति व्यक्त की।

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628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

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मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

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