Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

CORONA : तबलीगी जमात के कारण पिछले 24 घंटे में इतना बढ़ गए कोरोना मरीज़

Published

on

Loading

भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1700 के पार हो गया है। देश में अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है।  तबलीगी जमात के मरकज के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मरकज से देर रात भी जमातियों को बसों में भरकर आइसोलेशन में ले जाया गया है। जमात में शामिल 93 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 10 जमाती बीमारी से दम तोड़ चुके हैं।

Delhi : कोरोना का इलाज करते किसी डॉक्टर की जान गई, तो देंगे 1 करोड़ – सीएम

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 386 नए केस सामने आए हैं। वहीं 38 लोगों की मौत हुई है। वहीं 132 मरीज ठीक हुए हैं। तबलीगी जमात के लोगों के घूमने से मामले बढ़े हैं। तबलीगी जमात से जुड़े 1800 लोगों को अस्पताल और क्वारनटीन सेंटर भेजा गया है।

नेशनल

सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे

Published

on

Loading

उन्नाव। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उन्नाव में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस का इतिहास प्रभु श्रीराम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम का अस्तित्व ही नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है, यह इनका दोहरा चरित्र है। सपा के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे।

सीम योगी ने कहा कि इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था। जिस पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे।”

उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य’ हो रही है। इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गई है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खान-पान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। बहुसंख्यक समाज गोमाता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

Continue Reading

Trending