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प्रादेशिक

कोरोनाः संकट की घड़ी में आगे आया RSS, मदद के लिए बढ़ाए हाथ

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लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए जारी लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी में प्रभावित लोगों, खासकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों को राहत सामग्री देने में मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं।

अवध प्रांत के सह प्रांत प्रचार प्रमुख दिवाकर अवस्थी ने बताया कि लखनऊ में अभी दो स्थानों पर राहत शिविर तैयार किए गए हैं। पहला, अलीगंज के सेक्टर-क्यू सरस्वती विद्या मंदिर स्थित संघ कार्यालय और दूसरा बद्धेश्वर स्थित सियाराम जानकी गेस्ट हाउस में राहत शिविर शुरू किए गए हैं। इन शिविरों में समाज से इकट्टा किए गए राशन, सब्जी, नमक, मसाला के पैकेट बनाकर जरूरतमंद लोगों को राहत समाग्री दी जा रही है।

उन्होंने बताया कि राहत पैकेट में 10 किलो आटा, 5 किलो चावल, 3 किलो दाल, 1 किलो नमक, 5 किलो आलू, आधा किलो सरसों का तेल, और सब्जी मसाला दिया जा रहा है।

सह प्रचार प्रमुख ने बताया कि इन राहत शिविरों से प्रतिदिन लगभग एक हजार पैकेट राहत सामग्री जरूरतमंदों को उनके स्थान पर दी जा रही है। दोनों राहत शिविरों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।

अलीगंज के सरस्वती विद्या मंदिर स्थित संघ कार्यालय में तैनात सह भाग कार्यवाह अभिषेक मोहन (6306802880) व बुद्धेश्वर स्थित सियाराम जानकी गेस्ट हाउस में तैनात भाग कार्यवाह अनुज (8127404031) से इनके नंबर पर संपर्क कर अपने स्थान पर राहत पैकेट मंगवाए जा सकते हैं। संघ के कार्यकर्ता इनको आपके स्थान तक पंहुचाएंगे।

दिवाकर ने बताया कि राहत सामग्री बांटते समय संघ के कार्यकर्ता हाथों में दस्ताने और सैनिटाइजर का प्रयोग कर रहे हैं। सामाजिक दूरी भी बना रहे हैं। इसके अलावा लोगों से जागरूकता की अपील भी कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में घर से मिले मां-बेटे के शव मिलने से सनसनी, कैश और गहने गायब

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गाजियाबाद। गाजियाबाद आज डबल मर्डर से दहल गया। यहां लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के गुलाब वाटिका कालोनी के एक घर से मां-बेटे की लाशें मिली हैं, जो बेड पर खून से सनी हालत में पड़ी थीं। वहीं जांच में पता चला कि घर में रखने गहने और कैश गायब हैं। यशोदा के पति हरि नारायण की 10 साल पहले मौत हो चुकी थी। बेटा बिजेंदर दिव्यांग था।

घटना मकान की दूसरी मंजिल पर हुई है। बाकी परिवार तीसरी मंजिल पर सो रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। मृतक यशोदा देवी पत्नी हरि नारायण, परिवार के साथ रहती थीं।

यशोदा के पति की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। यशोदा का बेटा बिजेंदर दिव्यांग था। मकान की तीसरी मंजिल पर बिजेंद्र का भाई धर्मेंद्र अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा है। सुबह यशोदा और उसके बेटे बिजेंद्र का शव कमरे में बेड के ऊपर मिला।

दोनों लहूलूहान पड़े थे। धर्मेंद्र के बच्चे जब नीचे आए तो उन्हें घटना का पता चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। परिवार का आरोप है कि हत्यारे घर में घुसे और यशोदा और बिजेंद्र की हत्या कर दी।

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