Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

यूट्यूब पर आसानी से देख सकते हैं बॉलीवुड की ये गंदी फिल्में, सेंसर बोर्ड कर चुका है बैन!

Published

on

Loading

मुंबई। बॉलीवुड फिल्मों का दौर अब बदल चुका है। फिल्म इंडस्ट्री में अब वह जमाना नहीं रहा जब किसिंग सीन में दो फूल एक साथ दिखा दिए जाते थे। वक्त के साथ बॉलीवुड ने बहुत तरक्की कर ली है।

अब निर्माता निर्देशक बोल्ड विषयों पर भी फिल्म बना लेते हैं जिन्हें 70 और 80 के दशक में नजरअंदाज किया जाता था। आज हम आपको ऐसी ही कुछ बोल्ड फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें सेंसर बोर्ड ने बैन कर रखा है लेकिन यू ट्यूब पर इसे आसानी से देखा जा सकता है। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये फिल्में…

अनफ्रीडम

इस कड़ी में पहली फिल्म आती है ‘अनफ्रीडम’। बता दें कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर इसलिए रोक लगा रखी है क्योंकि यह फिल्म दो लड़कियों के संबंधों पर आधारित है।

फिल्म में इतने संवेदनशील सीन्स हैं कि यह परिवार में बैठकर नहीं देखी जा सकती। लेकिन आप इस फिल्म को यूट्यूब पर आसानी से देख सकते हैं। यह फिल्म 2015 में मई के महीने में रिलीज होनी थी। इस फिल्म को राज अमित कुमार ने डायरेक्ट किया था।

इस कड़ी में पहली फिल्म आती है ‘अनफ्रीडम’। बता दें कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर इसलिए रोक लगा रखी है क्योंकि यह फिल्म दो लड़कियों के संबंधों पर आधारित है।

फिल्म में इतने संवेदनशील सीन्स हैं कि यह परिवार में बैठकर नहीं देखी जा सकती। लेकिन आप इस फिल्म को यूट्यूब पर आसानी से देख सकते हैं। यह फिल्म 2015 में मई के महीने में रिलीज होनी थी। इस फिल्म को राज अमित कुमार ने डायरेक्ट किया था।

यूआरएफ प्रोफेसर

फिल्म यूआरएफ प्रोफेसर को भी बोल्ड दृश्यों की वजह से सेंसर बोर्ड से हरी झंडी नहीं मिल पाई। इस फिल्म में फेमस एक्टर शर्मन जोशी के अलावा मनोज पहवा और अनंत माली जैसे एक्टर भी थे। फिल्म साल 2001 में रिलीज होनी थी। फिल्म के निर्माता पंकज आडवानी थे।

सिंस

साल 2005 में आई फिल्म सिंस यशराज बैनर तले बनी थी। फिल्म की कहानी एक जवान लड़की और पादरी के प्रेम प्रसंग पर आधारित थी। चौंकाने वाली बात यह थी कि यह फिल्म रिलीज ना होकर भी बड़ी हिट फिल्म साबित हुई। इसका कारण फिल्म में जरूरत से ज्यादा अश्लीलता परोसना था जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी।

द पेंटेंड हाउस

फिल्म द पेंटेंड हाउस सेंसर बोर्ड में जाते ही बैन हो गई। क्योंकि इस फिल्म की कहानी भी एक बूढ़े शख्स और जवान लड़की के बीच संबंधों पर आधारित थी। फिल्म साल 2015 में आई थी।

 

मनोरंजन

फिर बढ़ी एल्विश यादव की मुश्किलें, ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बिग बॉस ओटीटी 2 विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब ईडी ने एल्विश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सांपों के जहर सप्लाई से ही जुड़ा हुआ है। केंद्रीय एजेंसी ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश में नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश और अन्य लोगों के खिलाफ दायर एक एफआईआर और आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

इसके अलावा खबर ये भी है कि ईडी एल्विश यादव के साथ-साथ बड़े होटल रिसॉर्ट्स और फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ करेगी। बता दें कि नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश यादव को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। ईडी ने एल्विश पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

एल्विश यादव को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत एक मामले में 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। सांप के जहर तस्करी मामले में एल्विश यादव गौतमबुद्ध नगर की बक्सर जेल में बंद थे। 17 मार्च को एल्विश को पांच अन्य लोगों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस ने एक बैंकेट हॉल में छापा मारकर 4 सपेरों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और 9 सांप और उनका जहर बरामद किया गया था। एल्विश यादव पर आरोप है कि वह रेव पार्टी के लिए सांपों के जहर का इंतजाम करते थे और सांपों का इस्तेमाल अपने वीडियो शूट के लिए भी करते थे।

दरअसल साल 2023 के अंत में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उनके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल और खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने पार्टी वाली जगह पर रेड की थी, जहां पांच सेपेरों के पास से कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल जहर मिला था। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था।

इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात करता सुनाई देता है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी। पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पांच दिन तक जेल में रहने के बाद एल्विश जमानत पर छूट गया।

Continue Reading

Trending