Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

छत्तीसगढ़ में भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी से हो गई बहुत बड़ी गलती, जानकर आपको भी नहीं होगा यकीन!

Published

on

Loading

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में बीजेपी का प्रचार करने के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस पर जमकर बरसे। लेकिन गांधी परिवार को घेरने के चक्कर में उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई। मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी का जिक्र करते हुए उन्हें दलित बता दिया।

पूरा वाकया छत्तीसगढ़ के महासमुंद की रैली का है जहां पीएम मोदी हजारों लोगों को संबोधित करने पहुंचे थे। भाषण के दौरान पीएम ने कहा कि दलित सीताराम केसरी को कांग्रेस अध्यक्ष पद का अपना कार्यकाल पूरा नहीं करने नहीं दिया, उन्हें सोनिया गांधी की ताजपोशी के लिए रास्ते से हटाया गया था। उन्होंने कहा कि एक परिवार की चार पीढ़ियों ने देश पर शासन किया और सत्ता में होने का फायदा उठाया, लेकिन देश को उनके शासन से फायदा नहीं हुआ।

पीएम मोदी ने भाषण में कहा, ‘मेरा सवाल है कि पांच साल के लिए इस परिवार से बाहर के एक व्यक्ति को अध्यक्ष बनाकर देख लीजिए। देश को पता है कि सीताराम केसरी दलित, पीड़ित और शोषित समाज से आए हुए व्यक्ति को पार्टी अध्यक्ष से कैसे हटाया गया था? कैसे बाथरूम में बंद कर दिया गया था? कैसे दरवाज से निकालकर फुटपाथ पर फेंक दिया गया था? इसके बाद मैडम सोनिया जी को बैठा दिया गया था।’

पीएम मोदी ने सीताराम केसरी को दलित बताकर बड़ी चूक कर दी क्योंकि केसरी दलित नहीं बल्कि पिछड़े वैश्य समाज से आते थे। उनका जन्म बिहार के दानापुर में हुआ था।

नेशनल

सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे

Published

on

Loading

उन्नाव। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उन्नाव में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस का इतिहास प्रभु श्रीराम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम का अस्तित्व ही नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है, यह इनका दोहरा चरित्र है। सपा के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे।

सीम योगी ने कहा कि इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था। जिस पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे।”

उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य’ हो रही है। इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गई है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खान-पान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। बहुसंख्यक समाज गोमाता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

Continue Reading

Trending