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यूपी के इस शहर में राजीव गांधी ने राम मंदिर के शिलान्यास का लिया था फैसला!

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नई दिल्ली। अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के मामले में सोमवार से शुरु होने वाली सुनवाई एक बार फिर टल गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अब इस मामले की सुनवाई अगले साल की शुरुआत में होगी।

आज हम आपको इस मामले से जुड़ी एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिसके बारे में आपको शायद ही पता होगा। यह बात तो आपको पता ही होगी कि राममंदिर का ताला कांग्रेस ने खुलवाया था।

उस समय यूपी में नारायण दत्त तिवारी मुख्यमंत्री थे। साल 1989 में कांग्रेस ने मंदिर के शिलान्यास की मंजूरी दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी के प्रमुख संत देवराहा बाबा के कहने पर शिलान्यास कराया था।

शिलान्यास से एक हफ्ते पहले उस समय के तत्कालीन मुख्यमंत्री राजीव गांधी ने देवराहा बाबा से मुलाकात की थी। यह मुलाकात गोरखपुर में हुई थी। इस मुलाकात के सूत्रधार बूटा सिंह थे।

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सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे

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उन्नाव। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उन्नाव में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस का इतिहास प्रभु श्रीराम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम का अस्तित्व ही नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है, यह इनका दोहरा चरित्र है। सपा के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे।

सीम योगी ने कहा कि इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था। जिस पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे।”

उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य’ हो रही है। इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गई है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खान-पान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। बहुसंख्यक समाज गोमाता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

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