Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में 4 कैदियों को दी गई फांसी

Published

on

Loading

इस्लामाबाद| पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अलग-अलग जेलों में मंगलवार को चार कैदियों को फांसी दे दी गई। समाचार पत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट के अनुसार, 2008 में लूटपाट के दौरान एक व्यक्ति की हत्या करने के दोषी मोहम्मद रियाज को सरगोदा जेल में फांसी दी गई। 1910 में जेल के निर्माण के बाद यहां पहली बार किसी को फांसी दी गई है।

तीन वर्षीय बच्ची के अपहरण के दोषी अकरम-उल-हक को एटॉक जेल में फांसी दी गई। हक के खिलाफ फिरौती मांगने तथा आतंकवाद से संबंधित मामला दर्ज किया गया था।

निजी विद्वेष के कारण एक व्यक्ति की हत्या के दोषी मोहम्मद अमीन को रावलपिंडी की अडियाला जेल में फांसी दे दी गई।

चौथे दोषी हब्दर शाह को मियांवाली केंद्रीय कारा में फांसी दी गई। साल 2000 में उसने दो लोगों की हत्या कर दी थी।

पाकिस्तान ने 10 मार्च को सभी तरह के आपराधिक मामलों से संबंधित मृत्युदंड पर लगी रोक हटाने का फैसला किया था।

गौरतलब है कि 16 दिसंबर, 2014 को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में हुए आतंकवादी हमले के बाद आतंकवाद के मामले में मृत्युदंड पर लगी रोक हटा दी गई थी।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending