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अन्तर्राष्ट्रीय

भारत को आंख दिखाने वाले पाक के पास बांध बनाने के पैसे भी नहीं, लोगों से मांग रहे हैं चंदा

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कभी भारत को आंख दिखाने वाले पाकिस्तान खुद इस समय कंगाली की कगार पर खड़ा है। पाकिस्तान के ऊपर अरबों रुपए का कर्ज है। इसी के चलते पाकिस्तानी पीएम इमरान खान सऊदी अरब की यात्रा पर गए थे। पाकिस्तान दो बांध मोहमंद और डायमर भाषा बनाना चाहता है। लेकिन बांध बनाने के लिए पाकिस्तान के पास पैसे नहीं हैं।

दरअसल, दोनों बांध (मोहमंद और डायमर) की अनुमानित लागत 12.4 अरब डॉलर (करीब डेढ़ लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए) है। सरकार के पास इसके लिए सिर्फ 143 करोड़ रुपए बचे हैं। विश्व बांध आयोग के मुताबिक- ‘बड़े बांध बनाने में अनुमानित लागत से 63% ज्यादा पैसा लग जाता है।’

पाकिस्‍तान के आर्थिक मामलों जानकार खुर्रम हुसैन का कहना है कि “हर व्‍यक्ति के लिए चंदा देना आसान नहीं है। बांध बनने के लिए काफी बड़ी रकम की जरूरत है, जिस रफ्तार से पैसा जुटाया जा रहा है, उससे लगता है काफी समय लग जाएगा।”

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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