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भारतीय नौसेना में 3 आईएसवी शामिल

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विशाखापत्तनम| भारतीय नौसेना में तीन इमिडिएट सपोर्ट वेसल्स (आईएसवी) को मंगलवार को शामिल कर लिया गया। इनका निर्माण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबु धाबी शिप बिल्डर्स (एडीएसबी) द्वारा किया गया है। पूर्वी नौसेना कमान प्रमुख वाइस एडमिरल सतीश सोनी ने एक भव्य समारोह में इन पोतों को शामिल किया और इनकी गुणवत्ता तथा मजबूती की प्रशंसा करते हुए कहा कि महज 12 घंटों में वह इसे मुंबई से विशाखापत्तनम तक चलाकर ले आए।वाइस एडमिरल सोनी ने कहा, “इस पोत ने अपनी मजबूती को साबित कर दिया है, क्योंकि मन्नार की खाड़ी में इसने तेज हवाओं व प्रचंड लहरों का सफलतापूर्वक सामना किया है।”

इन पोतों को हाल में मुंबई लाया गया था, जिसके बाद उसे यहां लाया गया। अनुबंध के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। आईएसवी भारी मशीनगनों (एचएमजी) अत्याधुनिक रडार तथा नौवहन उपकरणों से सुसज्जित है। यह पोत तटीय युद्ध तथा रक्षा संचालन खासकर आतंकवादी प्रयासों के खिलाफ उपयुक्त है। स्ट्रेटेजिक डिफेंस मैग्जीन के मुताबिक, आईएसवी भारतीय नौसेना के हल्के निगरानी पोत हैं, जिसे विषम से विषम परिस्थितियों में कमांडो को लाने ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है।

25 मीटर की लंबाई वाले इस पोत में 1,600 एमएचपी के दौ कैटरपिलर इंजन लगे हैं, जो इसे 40 नॉट की गति प्रदान करने में सक्षम हैं। ये पोत दिन तथा रात दोनों समय में निगरानी करने में सक्षम हैं और सैन्य अभियान के लिए भारतीय नौसेना के कमांडो को लाने-ले जाने में सक्षम है। तीनों पोतों को पताका संख्या टी-38, टी-39 तथा टी-40 दी गई है, जिसके कमांडर क्रमश: लेफ्टिनेंट जय किशोर, शोभित सक्सेना तथा वैभव भारद्वाज हैं। उल्लेखनीय है कि आईएसवी परियोजना के तहत भारतीय तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने नौसेना के लिए 23 आईएसवी की खरीद के लिए फंड प्रदान किया है, जिनमें से 14 का निर्माण मुंबई के एसएचएम शिपकेयर द्वारा किया गया है।

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दिल्लीवासियों को पानी मुहैया नहीं करा सकते तो इस्तीफा दें केजरीवाल: बीजेपी

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में इस समय पानी की भारी किल्लत हैं। इस मुद्दे पर वहां पर सियासत भी खूब देखी जा रही है। बता दें कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ बीते 2 दिनों से लगातार बीजेपी पानी की किल्लत को लेकर प्रदर्शन कर रही है। बीजेपी की ओर से आईटीओ स्थित शहीदी पार्क के पास केजरीवाल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बीजेपी नेताओं ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि अगर आप दिल्लीवासियों को पानी मुहैया नहीं करा सकते तो इस्तीफा दे दो।

बीजेपी ने आगे कहा कि पंजाब में अभी मतदान होना है, इसलिए वहां सहानुभूति वोट पाने के लिए केजरीवाल नौटंकी कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह ने केजरीवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल को जेल जाने से डर लगता है क्योंकि उन्हें शीशमहल की सुविधाओं की आदत हो गई है और तिहाड़ जेल में उन्हें वह सारी सुविधाएं नहीं मिलती है, जिसकी व्यवस्था उन्होंने अपने लिए शीशमहल में की हुई है।

उन्होंने कहा कि इसी कारण केजरीवाल अलग-अलग प्रकार के बहाने ढूंढते हैं। कभी कहते हैं कि उन्हें चुनाव में प्रचार करना है तो कभी कहते हैं कि उनकी तबियत खराब है। तिहाड़ जेल का प्रशासन तो उन्हीं की दिल्ली सरकार के अधीन आता है और केजरीवाल के मंत्री ही तिहाड़ जेल का प्रशासन चलाते हैं। अगर तिहाड़ जेल के अंदर उनके स्वास्थ्य की चिंता नहीं की जा रही है तो इसके लिए उनकी अपनी सरकार और उनके अपने ही मंत्री जिम्मेदार हैं।

तिहाड़ जेल में अच्छे डॉक्टर हैं, एम्स एवं अन्य अस्पतालों के साथ भी उनका टाइअप है। भाजपा के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पानी के संकट के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह ने दिल्ली जल बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि पानी संकट के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। दिल्ली में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए केजरीवाल सरकार गंभीर नहीं है।

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