Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जश्न के इंतजार में योग की जननी देवभूमि उत्तराखंड

Published

on

Loading

पूरे विश्व में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह (आईडीवाई-2018) का मुख्य कार्यक्रम 21 जून को उत्तराखंड के देहरादून के एफ.आर.आई में किया जाएगा। इस कार्यक्रम के अगुआ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे।

देवभूमि उत्तराखंड को इंतजार है 21 जून को मनाए जाने वाले जश्न का। उत्तराखंड देवभूमि पुकारी जाती है। उत्तराखंड प्राचीन काल से, भगवान और संतों की भूमि थी। उत्तराखंड वह भूमि जहां उत्कृष्ट कलाएं, योग और ध्यान ने मनुष्य के जीवन को एक नई राह बताई है। यह वेद व्यास और राबिया ऋषि जैसे पौराणिक संतों का घर रहा है। योग का जन्म इसी देवभूमि में हुआ था।

21 जून को चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सामूहिक योग प्रदर्शन (मुख्य कार्यक्रम) के स्थल के रूप में देहरादून (उत्तराखंड) का चयन किया गया है।

आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बताया कि 21 जून को चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय आयोजन के लिए देहरादून में तीन स्थलों का चयन किया गया है, जिनमें जीटीसी ग्राउंड्स, महाराणा प्रताप कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन और एफआरआई ग्राउंड्स शामिल हैं। और एफआरआई ग्राउंड्स को फाइनल किया गया है।

उत्तराखंड सरकार पूरे जोर शोर के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लगी हुई है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री अपनी सरकार के अफसरों के साथ कार्यक्रम के एक छोटे—छोटे हिस्से पर बारीक नजर बनाए हुए हैं। सिर्फ एक दिन बचा है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की मंगलवार 19 जून को एफ.आर.आई में रिहर्सल की गई। योग दिवस पर प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार ही सुबह 7 बजे से 7ः45 बजे तक योग साधकों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया।

45 मिनट तक चले योगाभ्यास में सैंकड़ों साधकों ने ग्रीवाचालन, स्कन्ध संचालन, कटि चालन, घुटना संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपाद आसन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम व ध्यान का अभ्यास किया गया।

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

Continue Reading

Trending