Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

कई रोगों में रामबाण है मीठी मुलेठी : आचार्य बालकृष्ण

Published

on

Loading

स्वाद में मीठी मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है। इसका इस्तेमाल नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है। यह बात, कफ, पित्त तीनों दोषों को शांत करके कई रोगों के उपचार में रामबाण का काम करती है।

पतंजलि आयुर्वेद हरिद्धार के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि मुलेठी के क्वाथ से नेत्रों को धोने से नेत्रों के रोग दूर होते हैं। मुलेठी की मूल चूर्ण में बरबर मात्रा में सौंफ का चूर्ण मिलाकर एक चम्मच प्रात: सायं खाने से आंखों की जलन मिटती है तथा नेत्र ज्योति बढ़ती है। मुलेठी को पानी में पीसकर उसमें रूई का फाहा भिगोकर नेत्रों पर बांधने से नेत्रों की लालिमा मिटती है।

उन्होंने कहा कि मुलेठी कान और नाक के रोग में भी लाभकारी है। मुलेठी और द्राक्षा से पकाए हुए दूध को कान में डालने से कर्ण रोग में लाभ होता है। 3-3 ग्राम मुलेठी तथा शुंडी में छह छोटी इलायची तथा 25 ग्राम मिश्री मिलाकर, क्वाथ बनाकर 1-2 बूंद नाक में डालने से नासा रोगों का शमन होता है।

मुंह के छाले मुलेठी मूल के टुकड़े में शहद लगाकर चूसते रहने से लाभ होता है। मुलेठी को चूसने से खांसी और कंठ रोग भी दूर होता है। सूखी खांसी में कफ पैदा करने के लिए इसकी 1 चम्मच मात्रा को मधु के साथ दिन में 3 बार चटाना चाहिए। इसका 20-25 मिली क्वाथ प्रात: सायं पीने से श्वास नलिका साफ हो जाती है। मुलेठी को चूसने से हिचकी दूर होती है।

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि मुलेठी हृदय रोग में भी लाभकारी है। 3-5 ग्राम तथा कुटकी चूर्ण को मिलाकर 15-20 ग्राम मिश्री युक्त जल के साथ प्रतिदिन नियमित रूप से सेवन करने से हृदय रोगों में लाभ होता है। इसके सेवन से पेट के रोग में भी आराम मिलता है। मुलेठी का क्वाथ बनाकर 10-15 मिली मात्रा में पीने से उदरशूल मिटता है।

त्वचा रोग भी यह लाभकारी है। पफोड़ों पर मुलेठी का लेप लगाने से वे जल्दी पककर फूट जाते हैं। मुलेठी और तिल को पीसकर उससे घृत मिलाकर घाव पर लेप करने से घाव भर जाता है। इनपुट आईएएनएस

खेल-कूद

IPL 2024: नवाबों के शहर में आज लखनऊ से भिड़ेगी मुंबई, स्पिनर्स दिखा सकते हैं कमाल

Published

on

Loading

लखनऊ। नवाबों के शहर लखनऊ में आज आईपीएल के 48 वे मुकाबले में लखनऊ सुपर जाइंट्स (एलएसजी) और मुंबई इंडियंस (एमआई) के बीच भिड़ंत देखने को मिलेगी। लखनऊ और मुंबई के बीच यह सीजन का पहला मुकाबला होगा। दोनों ही टीमों में दिग्गज खिलाड़ियों की कमी नहीं है। हालांकि, मौजूदा फॉर्म को देखकर लखनऊ का पलड़ा भारी है।

मुंबई इंडियंस की टीम भले ही 5 आईपीएल खिताब जीत चुकी हो और पहले सीजन से टूर्नामेंट खेल रही हो, लेकिन एलएसजी के सामने उसकी दाल ज्यादा नहीं गलती है। दोनों टीमें अब तक चार बार आमने सामने हुई हैं। इसमें से तीन बार लखनऊ और एक बार मुंबई ने बाजी मारी है। यानी पलड़ा लखनऊ का भारी है। इस बार तो मैच भी लखनऊ में हो रहा है, ऐसे में मुंबई के लिए जीत दर्ज करना आसान भी नहीं होने वाला। खास बात ये है कि जब भी दोनों टीमें आमने सामने आई हैं, कभी भी 200 से ज्यादा का स्कोर नहीं बना है। मुंबई ने लखनऊ के सामने अपना सबसे बड़ा स्कोर 199 रन का बनाया है, वहीं लखनऊ ने मुंबई के सामने 182 रन सबसे ज्यादा रन बनाने का काम किया है।

इकाना की पिच पर आईपीएल में स्पिनर्स ही हावी रहे हैं। यहां लो स्कोरिंग मैच देखने को मिले हैं। यानी जिस टीम के स्पिनर्स यहां बेहतर खेल दिखाएंगे, वो टीम ​थोड़ा आगे रह सकती है। मैच आगे बढ़ता है तो टर्न भी बढ़ता है और बल्लेबाजों के लिए रन बनाना बहुत मुश्किल काम होता है। यहां पर बल्लेबाजों की अच्छी खासी परीक्षा होती है। दोनों टीमों का इस सीजन आज 10वां मैच रहेगा। एलएसजी 9 में से 5 जीत के बाद 10 पॉइंट्स लेकर अंक तालिका में 5वें नंबर पर है। दूसरी ओर मुंबई 9 में से 3 जीत के बाद 6 पॉइंट्स के साथ नौवें स्थान पर है।

दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग 11

एमआई: हार्दिक पांड्या (कप्तान), रोहित शर्मा, ईशान किशन (विकेटकीपर), तिलक वर्मा, नेहल वढेरा, टिम डेविड, मोहम्मद नबी, पीयूष चावला, ल्यूक वुड, जसप्रीत बुमराह और नुवान तुषारा।

एलएसजी: केएल राहुल (कप्तान और विकेटकीपर), क्विंटन डी कॉक, दीपक हुड्डा, मार्कस स्टोयनिस, निकोलस पूरन, आयुष बदौनी , क्रुणाल पांड्या, मैट हेनरी, रवि बिश्नोई, यश ठाकुर और मोहसिन खान।

Continue Reading

Trending