Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जलियांवाला बाग की इन दीवारों पर गोलियों के निशान को देख आप कांप जाएंगे, यहां जनरल डायर का कहर बरपा था

Published

on

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

Loading

इस तस्वीर में एक व्यक्ति अपने साथी को यह बता रहा है कि इस दीवार पर जो गोलियों के निशान हैं वो एक अंग्रेज जनरल रेगिनाल्ड डायर के आदेश पर जलियांवाला बाग में उसके मातहत सिपाहियों ने निहत्थी भीड़ पर चलाई थी। आज जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी है।

अगर आप से पूछा जाए कि विश्व इतिहास की सबसे क्रूरतम घटना कौन सी है तो आप बिना अधिक सोच समझे यह कह देंगे जलियांवाला बाग हत्याकांड। और वह दिन है 13 अप्रैल, 1919।

बैसाखी का दिन था। लोग यहां पर घूमने के लिए आए हुए थे। इसी अवसर पर एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कुछ बड़े लीडरन अपना भाषण देने वाले थे। लोगों में यह उत्सुकता थी आखिर आज यह नेता लोग अंग्रेजी सरकार के खिलाफ क्या कहने वाले हैं।

जलियांवाला बाग अमृतसर में है। अंग्रेज सरकार को इस बात की जानकारी थी कि जलियांवाला बाग में एक कार्यक्रम होने वाला है जो अंग्रेज सरकार के विरोध में होगा। इस पर अंग्रेज सरकार ने इन देशभक्तों को सबक सिखाने की ठानी और इसकी जिम्मेदारी ब्रिटिश लेफ्टिनेंट जनरल रेगिनाल्ड डायर को सौंपी।

जनरल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में पहुंचकर बिना किसी चेतावनी के बूढ़े, महिलाओं, जवानों और बच्चों पर गोलियां चलवा दी। 15 मिनट तक लगातार गोलियां चलीं, लोग जलियांवाला बाग बने एक कुएं में अपनी जान बचाने के लिए कूद गए। पूरा कुआं लाशों के ढेर से पट गया।

इस गोलीबारी में 1000-2000 भारतीय मारे गए थे। वहीं इससे कहीं ज्यादा गंभीर रूप से घायल हुए थे। पर सरकारी समाचार के अनुसार 400 व्यक्ति मृत तथा 2000 के लगभग घायल थे।

इस हत्याकांड की जांच के लिए हंटर कमीशन बनाया गया। हत्यारे डायर ने हंटर कमीशन के सामने बड़े गर्व से कहा था कि मैंने भीड़ पर 15 मिनट तक गोलियां चलाई। मैंने भीड़ हटाने का प्रयास नहीं किया, मैं बिना गोलियां चलाएये भीड़ को हटा सकता था परंतु इसमें लोग मेरी हंसी करते। कुल गोलियां 1650 चलाई थी। गोली बरसाना तब तक किया जब तक कि वह समाप्त न हो गई हो और साथ ही यह भी स्वीकार किया कि मृतकों को उठाने व उनकी मदद करने का कोई प्रबंध नहीं किया। इसका कारण बताते हुए कहा – उस समय उन घायलों की मदद करना मेरा कर्तव्य नहीं था।

डायर की इस क्रूरता को पंजाब के शासक सर माइकेल ओ डायर ने न केवल उचित ही ठहराया। इसी बाग में सबके साथ मशहूर क्रांतिकारी उधमसिंह जी के पिता भी शहीद हो गए थे।

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary यादों को सहेजता एक व्यक्ति

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी पर तस्वीरें देखते बच्चे

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी पर ड्राइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते स्कूली छात्र

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी पर ड्राइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते स्कूली छात्र

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी पर ड्राइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते स्कूली छात्र

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी पर ड्राइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते स्कूली छात्र

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग की इन दीवारों पर गोलियों के निशान

Amritsar,Jaillanawala Bagh 99th anniversary

जलियांवाला बाग हत्याकांड की 99वीं बरसी पर ड्राइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेते स्कूली छात्र

 

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending