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रेल राज्यमंत्री ने किया इन्कार, बजट में नहीं घटेगा यात्री किराया

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बरेली। रेल बजट पेश होने से एक हफ्ते पहले, गुरुवार को सरकार ने किराये में कटौती की संभावना से इनकार किया। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने बुधवार रात कहा कि किराया घटाने की संभावना बिल्कुल नहीं है, क्योंकि सब्सिडी के कारण किराया तो पहले से ही कम है।

कटौती की संभावना पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा, “ऐसा नहीं किया जाएगा। किराया पहले से ही कम है और सरकार सब्सिडी दे रही है।” मंत्री के मुताबिक, रेलवे को हालांकि वित्तीय संसाधन और जुटाने की जरूरत है, फिर भी जनहित को ध्यान में रखा जाएगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी डीजल मूल्य घटने के कारण रेल किराया घटाए जाने की संभावना से इनकार कर चुके हैं।

संसद का बजट सत्र 23 फरवरी को शुरू हो रहा है। रेल बजट 26 फरवरी को पेश होगा। 27 फरवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा और 28 फरवरी को आम बजट पेश होगा।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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