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मुख्य समाचार

…….तो क्या अखिलेश मिलाएंगे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से हाथ

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लखनऊ। देश में आजकल राजनीति माहौल काफी गर्म है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बीच जुब़ानी जंग चरम पर है। दरअसल गुजरात चुनाव को लेकर दोनों दलों ने कमर कस रखी है। गुजरात चुनाव को लेकर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की भूमिका सबसे अहम मानी जा रही है। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के साथ उनकी दोस्ती को लेकर आज कल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है।

राहुल गांधी के साथ हार्दिक पटेल की दोस्ती को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आने वाले दिनों में वह भी पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से हाथ मिला सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन मजबूत है क्योंकि वह कभी दोस्त नहीं बदलते। उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस का साथ उनका गठबंधन आगे भी जारी रहेगा।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि भगवान राम और कृष्ण हमारे भी हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उप्र सरकार समाजवादियों के काम का उद्घाटन कर रही है। बीते आठ माह में प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया है।

लखनऊ के एक होटल में शनिवार को एक मीडिया हाउस द्वारा तरक्की का नया नजरिया विजन 2022′ विषय पर आयोजित समागम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, हमने भगवान राम की कृपा से ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। मैंने कभी उद्घाटन का उद्घाटन नहीं किया। सपा के कार्यकाल में किए गए कार्यो का ही सरकार फिर से उद्घाटन कर रही है। अगर इस सरकार ने प्रदेश के लिए कुछ नया काम किया हो तो उन्हें जनता को बताना चाहिए।

अखिलेश ने कहा, कि हमारी सरकार ने इतनी योजनाएं लागू की, लेकिन आज की सरकार इसका क्रेडिट नहीं देती है। हमने मायावती को एक्सप्रेसवे का क्रेडिट दिया था।उन्होंने कहा, कि भगवान कृष्ण और भगवान राम हमारे भी हैं।

दोनों भगवान विष्णु के ही अवतार हैं। इटावा में लगने वाली कृष्ण मूर्ति के लिए सैफई महोत्सव समिति ने पैसा जुटाया है। मुस्लिम-यादव समीकरण के सवाल पर अखिलेश ने कहा, भाजपा के लोग होशियार बहुत होते हैं, झगड़ा कराने में, नफरत फैलाने में और उनसे बेहतर ‘दो फाड़’ कोई नहीं कर सकता है, चाहे वह परिवार में या फिर किसी राजनीतिक दल में। आप बंगाल देख लो, गुजरात देख लो या फिर उप्र को ही ले लो, ऐसे अनेक उदाहरण आपको मिल जाएंगे। हिंदू-मुस्लिम या जाति के नाम पर अलगाव विभाजन उनसे (भाजपा) बेहतर कौन कर सकता है।

अखिलेश ने नोटबंदी पर कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है, बाजार ध्वस्त हुआ है। देश के पूर्व वित्तमंत्री भी नोटबंदी को गलत बता रहे हैं। जीएसटी पर अखिलेश ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, कि आप के पास एक्सपर्ट हैं फिर भी आप जीएसटी में संशोधन कर रहे हो। चुनाव जैसे-जैसे आएगा संशोधन पर संशोधन करोगे। यहां बैठे कारोबारी शायद न बोलें, क्योंकि हो सकता है कि आयकर विभाग का नोटिस आ जाएगा। लेकिन कैमरे के पीछे सब स्वीकार करेंगे कि जीएसटी ने बाजार को गिरा दिया, अर्थव्यवस्था चौपट हो गई।

प्रादेशिक

इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, देहरादून के अस्‍पताल में थे भर्ती

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देहरादून। इस्‍कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार को निधन हो गया। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उन्‍हें तीन दिन पहले देहरादून के सिनर्जी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्‍होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भक्तों में शोक की लहर है।

इस्कॉन मंदिर के डायरेक्टर कम्युनिकेशन इंडिया बृजनंदन दास ने बताया कि 5 मई को शाम 4 बजे नई दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उन्हें चोट लगी थी। उनका तीन दिनों से सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा था। भक्त उनके आखिरी दर्शन दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। सोमवार को उनकी देह को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

 

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